यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भारत आने चाहते हैं। उनकी ये यात्रा इस साल के अंत तक संभव हो सकती है। यूक्रेन की तरफ से दिए गए जेलेंस्की की भारत यात्रा का प्रस्ताव फिलहाल शुरूआती दौर में है। अगर इस प्रस्ताव पर बात बन जाती है तो रूस-यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद से ये जेलेंस्की की पहली भारत यात्रा होगी।
भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोभाल और यूक्रेन के राष्ट्रपति ऑफिस के हेड एंड्री यरमक ने जेलेंस्की की यात्रा को लेकर चर्चा की है। जंग की शुरूआत से ही भारत का स्टैंड न्यूट्रल रहा है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से कह चुके हैं कि ये जंग का युग नहीं है।
जेलेंस्की को G20 समिट में नहीं बुलाने पर थी नाराजगी
9-10 सितंबर को भारत में G20 समिट हुई थी। यूक्रेन चाहता था कि जेलेंस्की G20 को संबोधित करें। लेकिन इसमें जेलेंस्की को नहीं बुलाया गया। इस बात से नाराज उनके सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने कहा था कि भारतीयों में अक्ल की कमी है। उन्होंने कहा था- भारत और चीन अपने कामों के नतीजों का विश्लेषण नहीं करते हैं। दुर्भाग्य से इन देशों की बौद्धिक क्षमता कमजोर है।