इस्राइल और हमास के बीच हुए युद्धविराम समझौते के तहत शुक्रवार को इस्राइल ने 39 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया। वहीं हमास द्वारा 13 इस्राइली नागरिकों को रिहा किया गया है। साथ ही 11 विदेशी बंधकों को भी हमास द्वारा रिहा किया गया है। फलस्तीनी कैदियों को रिहा होने पर उनके परिजनों ने खुशी जताई लेकिन साथ ही कहा कि वह उन लोगों के लिए दुखी भी हैं, जिन्होंने गाजा पट्टी में अपनी जान गंवाई है।
फलस्तीनी बोले- गाजा में जो हो रहा उससे दुखी
रिहा हुई फलस्तीनी महिला मराह बीर की मां सावसान बीर ने कहा कि ‘इससे ज्यादा खुशी कुछ नहीं हो सकती। हालांकि हम इस बात से भी दुखी हैं कि गाजा में क्या हो रहा है।’ बता दें कि 24 साल की मराह को साल 2015 में चाकू से हमले के आरोप में आठ साल जेल की सजा सुनाई गई थी। अब समझौते के तहत रिहा किए जा रहे कैदियों में मराह भी शामिल है। बता दें कि समझौते के तहत अगले तीन दिनों में 100 और लोगों को रिहा किया जाएगा और अगर सीजफायर बढ़ता है तो और भी लोगों को रिहा किया जा सकता है।
वेस्ट बैंक की सड़कों पर लोगों ने मनाया जश्न
इस्राइल द्वारा छोड़े गए लोगों के स्वागत के लिए वेस्ट बैंक के बेतूनिया में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और छोड़े गए कैदियों की रिहाई का जश्न मनाया। इस दौरान लोगों ने रिहा किए गए कैदियों को कंधे पर बिठाकर घुमाया। लोगों ने फलस्तीन और हमास के झंडे पकड़े हुए थे। वहीं कुछ लोग हमास के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। रिहा किए गए 17 साल के लैथ ओथमान ने कहा कि ‘वह बता नहीं सकता कि वह कितना खुश है।’ ओथमान ने कहा कि ‘जेल के भीतर हालात काफी खराब हैं।’
हमास द्वारा रिहा इस्राइली नागरिकों का चल रहा इलाज
वहीं हमास द्वारा रिहा किए इस्राइली और विदेशी नागरिक सेंट्रल इस्राइल के अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं, जहां उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। जिस अस्पताल में रिहा किए गए लोगों को रखा गया है, उसके डायरेक्टर ने बयान जारी कर कहा है कि सभी बंधकों की सेहत ठीक है।