सीहोर: मध्यप्रदेश में बुधनी सीट पर उपचुनाव से पहले, भाजपा के अंदर पंगा बढ़ गया है। पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत अब आरपार की लड़ाई शुरू कर दी है। चुनाव प्रभारी रामपाल सिंह के सामने ऐलान कर दिया है कि रामाकांत भार्गव का टिकट नहीं कटा तो मैं निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा और पार्टी मुश्किल में फंस जाएगी। हमारे समर्थक नोटा का बटन दबाएंगे।
बैठक में रामपाल सिंह के सामने ही हंगामा
पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह ने समर्थकों के साथ बुधनी विधानसभा सीट के भैरुंदा कस्बे में मंगलवार को एक बैठक की। भाजपा के उम्मीदवार रामाकांत भार्गव को बदलने की मांग कर रहे थे। दरअसल, भाजपा ने पिछले सप्ताह बुधनी सीट पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए भार्गव की उम्मीदवारी की घोषणा की थी।
शिवराज के इस्तीफे के कारण चुनाव
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विदिशा लोकसभा सीट से निर्वाचित होने के बाद बुधनी विधानसभा सीट से इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव जरूरी हो गया है। केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने 2006 में मुख्यमंत्री बनने के बाद लगातार पांच बार और 1990 में एक बार बुधनी का प्रतिनिधित्व किया।
भार्गव हैं शिवराज के करीबी
भाजपा हलकों में भार्गव को चौहान का करीबी माना जाता है। बुधनी विधानसभा क्षेत्र विदिशा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। बुधनी विधानसभा क्षेत्र के शाहगंज निवासी भार्गव ने 2019 से 2024 के बीच विदिशा लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
राजेंद्र सिंह ने छोड़ थी सीट
राजेंद्र सिंह 2003 में सीहोर जिले की बुधनी सीट से विधायक चुने गए थे, लेकिन उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री चौहान के राज्य विधानसभा में आने के वास्ते मार्ग प्रशस्त करने के लिए 2005 में इस्तीफा दे दिया था। उस समय चौहान विदिशा लोकसभा सीट से सांसद थे।
राजेंद्र सिंह चाहते हैं चुनाव लड़ना
मंगलवार को राजेंद्र सिंह ने भैरुंदा कस्बे में अपने समर्थकों के साथ बैठक की. जिसमें भार्गव की जगह उन्हें मैदान में उतारने की मांग उठाई गई। सिंह के समर्थकों ने नारे भी लगाए कि अगर उम्मीदवार नहीं बदला गया तो वे ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) का विकल्प चुनेंगे।
रामपाल सिंह के सामने नारेबाजी
बैठक स्थल पर पूर्व मंत्री रामपाल सिंह भी पहुंचे और राजेंद्र सिंह के समर्थकों ने उनके सामने यह मांग रखी। रामपाल सिंह पूर्व विधायक के समर्थकों से अकेले में बात करने की बात कहते सुने गए, लेकिन समर्थक बुधनी सीट से उम्मीदवार बदलने की मांग को खुलकर बोलते दिखे।
पार्टी आलाकमान तक पहुंचाएंगे बात
बाद में रामपाल सिंह ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं की बात वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाएंगे। राजेंद्र सिंह ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग पर बैठक में आए हैं।
पार्टी के निर्देशों का करूंगा पालन
उन्होंने कहा कि मैं पार्टी कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए आया हूं। मैं पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता हूं। मैं 70 साल का हूं और अपनी छवि खराब नहीं करना चाहता। मैं तभी चुनाव लड़ूंगा जब पार्टी उम्मीदवार बदलकर ऐसा करने के लिए कहेगी। मैं पार्टी के निर्देशों का पालन करूंगा। बुधनी में विपक्षी कांग्रेस ने भार्गव के खिलाफ पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को मैदान में उतारा है।
दोनों हैं शिवराज के करीबी
गौरतलब है कि देवेंद्र सिंह राजपूत और रामाकांत भार्गव दोनों ही शिवराज सिंह चौहान के करीबी हैं। ऐसे में अब स्थिति को संभालने की जिम्मेदारी भी शिवराज के कंधों पर ही हैं। टिकट बंटने के बाद शिवराज सिंह चौहान बुधनी नहीं गए हैं।