दिल्ली कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे के पैसे के लेनदेन के वीडियो वायरल होने के बावजूद इस मामले में एजेंसी की चुप्पी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पूर्व मंत्री हारून यूसुफ सहित दिल्ली कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और ईडी और केंद्र की बीजेपी (BJP) सरकार के खिलाफ नारे लगाए.
कांग्रेस नेताओं ने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र सिंह तोमर के बारे में सोशल मीडिया में प्रसारित एक वीडियो की जांच के लिए ईडी और सीबीआई को क्यों नहीं तैनात कर रहे हैं, जो वीडियो कॉल पर एक व्यक्ति के साथ “10,000 करोड़ रुपये का सौदा” कर रहे हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से नरेंद्र सिंह तोमर के इस्तीफे और उनके बेटे देवेंद्र की गिरफ्तारी की भी मांग की, क्योंकि ईडी और सीबीआई दोनों इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि बीजेपी सरकार विपक्षी नेताओं को मामूली आरोपों में केंद्रीय एजेंसियों के जरिए गिरफ्तार करवाती है.
अरविंदर सिंह लवली ने क्या कहा?
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि बीजेपी, जो वोट बैंक की राजनीति के लिए धर्म का सहारा लेती है, आश्चर्यजनक रूप से धार्मिक संस्थानों को भ्रष्ट वित्तीय सौदों के लिए माध्यम के रूप में उपयोग कर रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘नरेंद्र सिंह तोमर बेटे के घोटाले से मुंह न छिपाएं’, ‘ईडी-सीबीआई से जांच कराए’, ‘हजारों करोड़ के घोटाले का दोषी कौन’ जैसे नारे लिखीं तख्तियां ले रखी थीं.
लवली ने आगे कहा कि बीजेपी और केंद्रीय जांच एजेंसियां तोमर परिवार के खिलाफ आरोपों पर चुप्पी साधे हुई हैं, हालांकि एक सप्ताह पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें देवेंद्र सिंह तोमर कथित तौर पर क्रमश: 100 करोड़ रुपये, 18 करोड़ रुपये और 21 करोड़ रुपये के वित्तीय सौदों के बारे में बात कर रहे थे. दिल्ली कांग्रेस प्रमुख ने हैरानी जताई कि क्या देवेंद्र सिंह तोमर बच्चों की तरह सैकड़ों करोड़ रुपये गिन रहे थे? यह तोमर का पैसा नहीं था, बल्कि भ्रष्टाचार की कमाई थी.