दिल्ली बनी गैस चेंबर, लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर, जानें कितना है AQI

दिवाली के बाद से एक बार फिर दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है.  शुक्रवार की सुबह राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आनंद विहार, आरके पुरम, आईजीआई हवाई अड्डे और द्वारका जैसी जगहों पर सुबह 5 बजे एक्यूआई का आंकड़ा 400 के पार पहुंच गया. वहीं  सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, आरके पुरम में एक्यूआई 465, आईजीआई हवाईअड्डे पर 467 और द्वारका में 490 दर्ज किया गया. 

उल्लेखनीय है कि राजधानी का एवरेज एक्यूआई 419 था.  बुधवार को यह 401, मंगलवार को 397 और  सोमवार को 358 दर्ज किया गया था. वहीं दिल्ली सरकार ने राजधानी में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए केंद्र की क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) में निर्धारित उपायों का सख्ती से कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को छह सदस्यीय विशेष कार्यबल (एसटीएफ) का गठन किया. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यह जानकारी दी. दिल्ली के विशेष सचिव (पर्यावरण) एसटीएफ का नेतृत्व करेंगे और इसके सदस्यों में परिवहन, यातायात, राजस्व, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.

गोपाल राय ने की बैठक

राय ने संवाददाताओं से कहा कि एसटीएफ प्रदूषण नियंत्रण उपायों को लागू करने में शामिल सभी विभागों के साथ समन्वय करेगी और रोजाना सरकार को एक रिपोर्ट सौंपेगी. इससे पहले दिन में, गोपाल राय ने वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना में निर्धारित किए गए उपायों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए गुरुवार को विभिन्न विभागों के साथ बैठक की. राय ने पहले वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही के लिए संबंधित विभागों पर नाराजगी जाहिर की थी और उनसे वायु प्रदूषण रोधी उपायों को लागू करने के लिए जिम्मेदार टीमों की निगरानी के वास्ते एक निगरानी तंत्र स्थापित करने का आग्रह किया था.

दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में पांच नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक परियोजनाओं से संबंधित निर्माण कार्य और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रक और चार पहिया वाणिज्यिक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लागू कर दिया गया था. शहर में क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के चौथे और अंतिम चरण के तहत ये प्रतिबंध लागू किए गए थे.

गौरतलब है कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है. एक्यूआई के 450 से ऊपर हो जाने पर इसे ‘अति गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.

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