टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइन विस्तारा का 12 नवंबर को मर्जर होने वाला है. इसके बाद भी विस्तारा की फ़्लाइटें पहले की तरह अपने नाम से ही उड़ाने भरती रहेंगी. साथ ही पैसेंजर्स को सभी सुविधाएं सुचारू रूप से मिलेंगी. यात्रियों को मिलने वाली सर्विस पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.
विस्तारा के मर्जर के बाद भी इसके क्रू मेंबर पहले की तरह विस्तारा की उड़ानों को ही सेवा देते रहेंगे. विस्तारा का रूट और स्केड्यूल भी पहले की तरह रहेगा. विस्तारा में मिलने वाली सभी सुविधाएं भी पहले की तरह होंगी. खाने का मेन्यू और कटलरी भी पहले जैसा ही रहेगा.
कोड बदल जाने का क्या है मतलब ?
मर्जर के बाद विस्तारा को टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया चलाएगी. इसलिए 12 नवंबर से विस्तारा का कोड बदल जाएगा. विस्तारा के कोड में अब AI2 लग जाएगा. यानी अगर विस्तारा की फ्लाइट का कोड UK 955 है तो ये AI 2955 हो जाएगा. ऐसा एयरलाइन के कामकाज में आसानी के लिए किया गया है.
फ़्रीक्वेंट फ़्लायर होंगे महाराजा क्लब के सदस्य
अभी तक फ़्रीक्वेंट फ़्लायर्स के लिए विस्तारा में क्लब विस्तारा नाम का लॉयल्टी प्रोग्राम था और एयर इंडिया में फ्लाइंग रिटर्न्स नाम का लॉयल्टी प्रोग्राम था. मर्जर के वक्त क्लब विस्तारा के सदस्यों को फ्लाइंग रिटर्न्स का हिस्सा माना जाएगा, लेकिन इसके बाद जल्द ही फ्लाइंग रिटर्न्स के सभी सदस्यों को नवगठित महाराजा क्लब का सदस्य माना जाएगा.
इस पर एयर इंडिया का कहना है कि मर्जर के बाद वह 90 रूटों पर अपनी सेवाएं दे सकेगी. साथ ही पैसेंजर्स का अनुभव पहले के जैसा ही रहेगा. उनकी सुविधाएं सुचारू रूप से मिलेगी, उसमें कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.