भोपाल। बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके शनिवार को अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित होकर आगे बढ़ने की संभावना है। इस सीजन में यह मध्य प्रदेश में पहुंचने वाला चौथा अवदाब का क्षेत्र होगा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इसके प्रभाव से 16 सितंबर से प्रदेश में रुक-रुककर बारिश का एक और दौर शुरू होने की संभावना है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को ग्वालियर, चंबल, जबलपुर संभाग के जिले कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला और डिंडोरी में कहीं-कहीं मध्यम बारिश हो सकती है। शेष क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
यह मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बना अवदाब का क्षेत्र इसी स्थान पर कमजोर पड़कर गहरा कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके और कमजोर पड़ने की संभावना है। मानसून द्रोणिका फिरोजपुर, करनाल, उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र से बाराबंकी, छपरा, पूर्णिया से होते हुए बंगाल की खाड़ी और उससे लगे बांग्लादेश पर बने कम दबाव के क्षेत्र तक बनी हुई है। सौराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। ईरान पर एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना है।
16 सितंबर से मप्र में शुरू होगा बारिश का सिलसिला
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव का क्षेत्र के शनिवार को अवदाब के क्षेत्र में बदलकर पश्चिम बंगाल के आसपास पहुंच जाएगा। इसके असर से 16 सितंबर से मप्र में बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नर्मदापुरम और सीधी में तीन, उमरिया में दो मिलीमीटर बारिश हुई। बता दें कि इस सीजन में 1 जून से लेकर 13 सितंबर की सुबह साढ़े 8 बजे तक 1027.2 मिमी. बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश (880.2 मिमी.) की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक है।