इस्लामाबाद: पाकिस्तानी तालिबान (TTP) के हमलों से पाकिस्तान की सेना बौखला गई है। पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान की सीमा से लगी खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में हवाई हमला बोल दिया है। टीटीपी चरमपंथियों के खिलाफ हेलिकॉप्टर से बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चल रहा है। हवाई हमलों में लश्कर-ए-इस्लाम और टीटीपी के गढ़ों को नष्ट कर दिया गया है। पाकिस्तानी सेना का अभियान अभी भी जारी है, जिसमें विशेष बलों, हवाई हमला करने वाली यूनिट के साथ ही पैदल सेना के जवानों को भी तैनात किया गया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के चरमपंथियों ने इस साल की शुरुआत से अब तक पाकिस्तान के भीतर बड़े पैमाने पर हमले किए हैं।
बलूचिस्तान में भी अभियान
पाकिस्तानी सेना बलूचिस्तान में भी सैन्य अभियान चलाकर पांच विद्रोहियों को मारने का दावा किया है। पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा है कि 26 अगस्त को बलूचिस्तान में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाकर की गई कायराना आतंकवादी गतिविधियों के जवाब में सुरक्षा बल अपराधियों की तलाश के लिए व्यापक खुफिया आधारित अभियान चला रहे हैं। इसमें आगे कहा गया कि 29-30 अगस्त की रात को केच, पंजगुर और झोब में तीन अभियानों में सुरक्षा बलों ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया, जबकि तीन आतंकवादी भीषण गोलीबारी के दौरान घायल हो गए।
पाकिस्तान लंबे समय से कहता रहा है कि टीटीपी चरमपंथियों के ठिकाने अफगानिस्तान के अंदर मौजूद हैं और इसके लड़ाके पाकिस्तानी जमीन पर हमला करने के बाद वहां चले जाते हैं। हालांकि, काबुल की तालिबान सरकार ने इस दावे का हमेशा खंडन किया है। बुधवार को ही काबुल में तालिबान सरकार के सेना प्रमुख फसीहुद्दीन फितरत ने दावा किया कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में टीटीपी की मौजूदगी का कभी सबूत नहीं दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद को अपनी कमजोरियों के लिए अफगानिस्तान को दोष नहीं देना चाहिए।
अफगान सेना प्रमुख ने किया दावा
फितरत ने दावा किया कि हर कोई जानता है कि टीटीपी के ठिकाने पाकिस्तान के प्रशासनिक नियंत्रण वाले क्षेत्रों में स्थित थे और वे वहां से पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ काम करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी साबित नहीं कर सकता कि टीटीपी के अफगानिस्तान में ठिकाने हैं। इस्लामिक अमीरात ने वादा किया है कि अफगान धरती से अन्य देशों पर कोई हमला नहीं किया जाएगा और वह उस वादे पर कायम है।
शहबाज शरीफ का तालिबान का जवाब
अफगान सेना प्रमुख का बयान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की टिप्पणी के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अब इस बात में कोई संदेह नहीं रह गया है कि प्रतिबंधित टीटीपी अफगानिस्तान से काम कर रहा है। मंगलवार को कैबिनेट को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान अफगान सरकार को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है। इसी साल मार्च में पाकिस्तान की वायु सेना ने टीटीपी के चरमपंथियों के खिलाफ अफगानिस्तान के अंदर हवाई हमला किया था, जिसके बाद दोनों के रिश्तों में बहुत तनाव बढ़ गया था।