कोलकाता : बंगाल बंद के दौरान कई इलाकों से हिंसा का खबरें सामने आई हैं। उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा में बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई। हालांकि, पुलिस ने दावा किया कि ‘एंग्लो-इंडिया जूट मिल’ के बाहर कुछ लोगों ने दोनों लोगों की पिटाई की थी। उसने बताया कि घायलों को इलाज के लिए भाटपारा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। लेकिन सुवेंदु अधिकारी ने फायरिंग का वीडियो शेयर करके पश्चिम बंगाल पुलिस से जवाब मांगा है। फिलहाल मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
बीजेपी के पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस से जुड़े बदमाशों ने गोलियां चलाईं। सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप को खारिज किया है।
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बीजेपी के 12 घंटे के राज्यव्यापी बंद के दौरान उनके वर्कर्स पर गोलियां चलाई गईं।
सुवेंदु अधिकारी ने साधा निशाना
सुवेंदु अधिकारी ने फायरिंग का वीडियो भी शेयर किया है। इसमें उन्होंने लिखा कि भाटपारा में टीएमसी के गुंडे ने प्रख्यात भाजपा नेता प्रियांगु पांडे के वाहन पर गोलियां चलाईं। वाहन के चालक को गोली लगी है। इस तरह ममता बनर्जी और टीएमसी भाजपा को सड़कों से हटाने की कोशिश कर रहे हैं। बंद सफल रहा है और लोगों ने इसका पूरे दिल से समर्थन किया है। पुलिस और टीएमसी के गुंडों का विषाक्त मिश्रण भाजपा को डरा नहीं पाएगा।
फायरिंग के वीडियो में क्या
वीडियो को कार के अंदर से शूट किया गया है। दिख रहा है कि कार के सामने एक युवक हाथ में बंदूक लेकर कार पर सामने की ओर से ही फायरिंग करता है। कार के अंदर से चीखने की आवाजें आती हैं। अंदर बैठे लोग झुक जाते हैं।
बीजेपीका बंगाल बंद क्यों?
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए राज्य सचिवालय (नबान्न) तक मार्च निकाला गया था। यह मार्च एक नवगठित छात्र समूह ‘छात्र समाज’ ने आयोजित किया था। ‘नबन्ना मार्च’ में शामिल छात्रों की गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी ने आज (बुधवार) बंगाल बंद का आह्वान किया है। यह 12 घंटे का बंद है जिसका मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। इसे लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच तनाव भी बढ़ गया है।
राज्य में बंद को असरदार बनाने में जुटे बीजेपी के तीन प्रमुख नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, जिसमें सौमिक भट्टाचार्य, राहुल सिन्हा और लॉकेट चटर्जी का नाम शामिल है। हिरासत में लिए जाने के बाद लॉकेट चटर्जी ने कहा, ‘इससे कुछ खास होने वाला नहीं है। वो लोग हमें जितना हिरासत में लेंगे, हम लोग इस बंद को इतना ही ज्यादा असरदार बनाएंगे।’