गढ़वा: जिले के एक सरकारी स्कूल में उस समय हंगामा मच गया जब सुबह की प्रार्थना सभा को एक मुस्लिम टीचर ने आकर रोक दिया. इसके बाद टीचर ने बच्चों से धर्मविशेष के नारे लगाने को कहा. इसके बाद स्कूल के अन्य शिक्षकों एवं बच्चो ने जमकर हंगामा किया. माहौल बिगड़ता देख प्रधानाध्यापक प्रेम कुमार ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. सूचना पाकर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपी शिक्षक को हिरासत मे लेते हुए जांच शुरू कर दी है.
विद्यालय की ओर से आरोपी शिक्षक के खिलाफ प्रधानाध्यापक ने कार्यवाई को लेकर उच्च अधिकारियो एवं थाने में आवेदन दिया है. आरोपी शिक्षक पर पहले भी धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगता आया है. उसपर पुलवामा घटना के बाद स्कूल मे झूठ बोलकर मिठाई बांटने का आरोप है. अब इस घटना के बाद शिक्षक के प्रति आसपास के लोगों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है.
रुकवा दी थी सरस्वती वंदना
प्रखंड के मकरी पंचायत के धंगरडीहा स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पदस्थापित सहायक शिक्षक शेख तौहीद ने बुधवार की सुबह विद्यालय में प्रार्थना के दौरान बच्चो को सरस्वती वंदना करने से रोक दिया था. इसके बाद उसने साउंड सिस्टम भी तोड़ दिया था. शेख तौहीद बच्चों को धार्मिक नारे लगाने को कहता नजर आया. इसकी वजह से उसकी विद्यालय के अन्य शिक्षकों में काफी नोंक झोंक हुई. विद्यालय में सरस्वती वंदना रोके जाने की सूचना पर बजरंग दल तथा विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने विद्यालय पहुंचकर उक्त शिक्षक के प्रति आक्रोश जताया.
हिन्दुओं के खिलाफ रहा है ये टीचर
बच्चों ने बताया कि टीचर कई बारे उन्हें सरस्वती वंदना करने स रोक चुका है. इस बार माइक तोड़ने के बाद उसे अल्ला हू अकबर, नारे तकबीर जैसे धार्मिक नारे लगाते सुना गया. जब अन्य टीचर्स ने उसे ऐसा करने से रोका तो वो उनसे भी भिड़ गया. मामले को बढ़ता देख विद्यालय के एचएम द्वारा इसकी सूचना बीईईओ तथा स्थानीय थाने को दी गई. बताया जा रहा है कि 2017 में पुलवामा में आतंकवादियों के हमले में शहीद हुए जवानों का जश्न भी इस शिक्षक ने मनाया था. उस समय उसने झूठ बोलकर सबको मिठाई खिलाई थी. मामला तूल पकड़ने पर काफी हो हंगामा होने के बाद भी उस के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई विभागीय कार्रवाई नही की गई ?