अमरावती। तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू करीब ढाई वर्ष बाद अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर आंध्र प्रदेश विधानसभा में कदम रखा। 19 नवंबर 2021 को विधानसभा सत्र के दौरान तीखी बहस और वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद चंद्रबाबू नायडू सदन से बाहर चले गए थे।
उस समय नायडू ने कसम खाई थी कि जब तक मैं सत्ता में वापस नहीं आ जाता, तब तक मैं सदन से दूर रहूंगा। नायडू ने विधानसभा चुनाव में भारी बहुत से जीत के बाद शुक्रवार को विधानसभा में पहुंचे। गौरतलब है कि 2021 में चंद्रबाबू नायडू ने कहा था, “पिछले ढाई साल से मैं अपमान सह रहा हूं, लेकिन शांत था। आज वाईइएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने मेरी पत्नी को निशाना बनाया है। मैंने हमेशा सम्मान के साथ और सम्मान के लिए जीया है। मैं इसे और बर्दाश्त नहीं कर सकता।”
इसके साथ ही 16वें आंध्र प्रदेश विधानसभा का पहला सत्र शुक्रवार को नवनिर्वाचित विधायकों की शपथ ग्रहण प्रक्रिया के साथ शुरू हुआ। टीडीपी के बुचैया चौधरी ने प्रोटेम स्पीकर के तौर पर सत्र की अध्यक्षता की। सत्र की शुरुआत सुबह के 9:45 बजे हुई। अभिनेता से राजनेता बने पवन कल्याण अपने 15 साल के राजनीतिक करियर में पहली बार विधानसभा पहुंचे।
पीथापुरम विधायक को आंध्र प्रदेश का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। इस सत्र में विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा। टीडीपी सूत्रों के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेता नरसीपट्टनम विधायक सी अय्यन्नपतरुडु को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है। विधानसभा में सीएम चंद्रबाबू नायडू ने सबसे पहले शपथ लिया, उनके बाद उपमुख्यमंत्री और अन्य विधायकों ने शपथ लिया।
शपथ लेने के बाद नायडू प्रोटेम स्पीकर के पास गए और दोनों ने एक दूसरे को बधाई दी। गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने जीत हासिल की। राज्य की 175 सीटों में से एनडीए गठबंधन ने 164 सीटें जीतीं। इसमें टीडीपी ने अकेले 135 सीटों पर जीत हासिल की है।