वोटिंग से पहले ही एमपी में अखिलेश यादव का उम्मीदवार मैदान छोड़कर भागा, बीजेपी का दामन थामा

भिंड: एमपी चुनाव में अखिलेश यादव की पार्टी मजबूती के साथ चुनाव लड़ी रही है। भिंड विधानसभा सीट से रवि सेन को समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था। दो नवंबर को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख थी। 17 नवंबर को वोटिंग है। वोटिंग से पहले ही अखिलेश यादव का उम्मीदवार भिंड विधानसभा सीट से मैदान छोड़कर भाग गया है। उन्होंने शुक्रवार को उस वक्त सभी को चौंका दिया कि हम अपनी मूल पार्टी बीजेपी में लौट आए हैं। इसके बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।

दरअसल, समाजवादी पार्टी में शामिल होने से पहले रवि सेन बीजेपी में ही थे। टिकट चाहत में कुछ दिनों पहले उन्होंने पाला बदल लिया था। इसके बाद समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। भिंड में समाजवादी पार्टी का ठीक ठाक वजूद है। वहीं, बीजेपी भी अपने बागियों को मनाने में जुटी है। नामांकन वापसी के अंतिम दिन रवि सेन दोपहर में लापता हो गए। इसके बाद उनके समर्थकों ने खोजबीन शुरू की।

रवि सेन का फोन नहीं लग रहा था। इसके बाद उनके परिवार के लोग और समर्थक भिंड स्थित सिटी कोतवाली थाना पहुंच गए। उन्हें यह लग रहा था कि उनका अपहरण हो गया है। इसके बाद शहर के ही एक घर में उनके होने की जानकारी मिली। सेन को फिर पुलिस थाने में लाया गया। यहां उनके समर्थकों की भारी भीड़ थी।

मीडिया ने थाने से बाहर निकलने पर उसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मैं अपनी मूल पार्टी में लौट आया हूं। साथ उनसे सवाल किया गया कि आप कहां चले गए थे तो कहा कि इसका जवाब बाद में दूंगा।

सपा को लगा झटका

दरअसल, समाजवादी पार्टी से सिंबल मिलने के बाद रवि सेन जैन प्रचार में जुट गए थे। उन्होंने समाजवादी पार्टी का चुनावी दफ्तर भी खोल लिया था। उनके वापस लौटने के बाद समाजवादी पार्टी का वहां कोई उम्मीदवार नहीं बचा है। ऐसे में बीजेपी की राहें वहां आसान हो गई है।

बीजेपी को हो रहा था नुकसान

भिंड विधानसभा में जैन समाज की आबादी अच्छी है। ये बीजेपी के वोटर माने जाते हैं। इसके साथ ही जैन के साथ यादव समाज भी जाता है। इससे बीजेपी को नुकसान होता है। रवि सेन के मैदान में होने से भिंड में मुकाबला त्रिकोणीय हो गया था।

भड़क गए सपा समर्थक

बीजेपी में लौटने की बात सुनने पर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष नीरज यादव समेत अन्य कार्यकर्ता भड़क गए। रवि सेन जैन को जमकर खरी खोटी सुना दी। यह पूरा वाक्या गुरुवार की रात को घटित हुआ जबकि शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के छतरपुर में चुनावी सभा की है। अखिलेश यादव के मध्य प्रदेश में कदम रखने से पहले ही रवि सेन जैन भाग खड़े हुए और बीजेपी में जाकर शामिल हो गए। इस तरह रवि सेन जैन ने समाजवादी पार्टी को मतदान से पहले ही हरवाने का काम कर दिया।

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