खूबसूरती और ताकत का बेजोड़ मेल…कैसे जॉर्जिया मेलोनी ने इटली को बना दिया यूरोप का पावरहाउस, भारत के आगे कहां ठहरता है मेलोनी का देश

तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी की पहली विदेश यात्रा इटली की रही. जी7 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी इटली पहुंचे. जब भी इटली की बात होती है, दिमाग में तेज रफ्तार वाली फरारी कार, वाइन और फैशनेबल ब्रांड की तस्वीरें दिखने लग जाती है, लेकिन अब इटली के नाम के साथ वहां की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की तस्वीर भी जहन में खाने लग जाती है. इटली की पीएम जॉर्जिया मेमोली सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं. खासकर जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आई मेमोली की फैन फॉलोइंग काफी बढ़ गई. पीएम मोदी के साथ उनकी तस्वीरें खूब वायरल हुई. 

जॉर्जिया मेलोनी जितनी खूबसूरत हैं, उनकी ही ताकतवर भी.  मेलोनी ने अपने कुशल नेतृत्व में इटली की इकोनॉमी लगातार बढ़ रही है. इटली की वाइन से फरारी के बीच इकोनॉमी का लेवल देखें तो फोर्ब्स के मुताबिक इटली दुनिया की नौंवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. अगर सिर्फ यूरोप की बात करें तो इटली ने यूरोप में तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी का खिताब अपने नाम कर लिया, जब से इटली की सत्ता जॉर्जिया मेलोनी के हाथ में आई है, इटली की इकोनॉमी तेजी से बढ़ रही है.  

ताकतवर हो रहा मेमोली का देश

इटली, जिसकी अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार टूरिज्म है,तेजी से बढ़ रहा है. पीसा की मीनार से लेकर फैशन कैपिटल मिलान और फिल्मों का वाला वेनिस शहर हो देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन बड़ी हिस्सेदारी रखता है. ट्यूरिज्म के अलावा टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, मोटर व्हीकल्स और  इटैलियन मार्बल इटली की इकोनॉमी के अहम भागीदार है. 

इटली की GDP

मेलोनी के हाथों में आने के बाद से इटली की जीडीपी ग्रोथ बढ़ रहा है. साल 2022 में ये करीब 2.17 ट्रिलियन डॉलर का था, जो साल 2023 में 2.33 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गई. साल 2024 में इसमें 1 फीसदी ग्रोथ का अनुमान है. अगर इसके कारोबार और एक्सपोर्ट-इंपोर्ट की बात करें तो इटली के इम्पोर्ट  800 अरब डॉलर और एक्सपोर्ट  775 अरब डॉलर  के करीब है. अमेरिका इसका सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. दोनों देशों के बीच करीब 117 अरब डॉलर का कारोबार होता है.  हालांकि कोरोना के बाद इटली की अर्थव्यवस्था पर दवाब बढ़ने के चलते कर्ज बढा है.  

भारत और इटली की इकोनॉमी

साल 1995 में भारत की जीडीपी का आकार 1.3 ट्रिलियन डॉलर था. उस वक्त इटली की जीडीपी का साइज भी करीब उतना ही था, लेकिन इसके बाद विकास की रेस में भारत आगे निकल गया. साल 2022 में भारत की जीडीपी का आकार 11 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया, जबकि इटली की जीडीपी मुश्किल से तीन ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच पाई है. भारत जहां विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था है तो वहीं इटली नौंवे नंबर पर है. भारत और इटली के प्रति व्यक्ति आय की बात करें तो यहां इटली काफी आगे निकल चुका हैं.

यहां हमसे आगे

इटली की पर कैपिटा इनकम जहां 34,084 डॉलर है, वहीं भारत में प्रति व्यक्ति आय 2,450 डॉलर है. ट्रेड की बात करें तो भारत का चौथा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर इटली है. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 14.88 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. भारत और इटली के बीच ऑर्गेनिक सामान, कपड़े, मशीनरी, मछली, दवा, डाई, यार्न, मोटर व्हीकल, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, लिकर, मिल्क प्रोडक्ट्स, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, प्लास्टिक, लेदर आदि का व्यापार होता है. 

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