लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर हार गई है. इस बड़ी हार को लेकर कांग्रेस के दिल्ली आलाकमान ने आज मध्य प्रदेश के नेताओं को बुलाया है, जहां बैठक में हार को लेकर समीक्षा की जाएगी. बताया जा रहा है दिल्ली में आयोजित होने वाली बैठक में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल, मीनाक्षी नटराजन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को बुलाया गया है.
बताया जा रहा है इस बैठक में हार को लेकर समीक्षा की जाएगी साथ ही चुनाव से पूर्व जो दल बदल की स्थिति बनी उस पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा.
कमलनाथ दे चुके अपना फीडबैक
बता दें मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक दिन पहले ही दिल्ली में कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी से हुई मुलाकात में कमलनाथ मध्यप्रदेश में मिली हार को लेकर अपना फीडबैक दे चुके है साथ ही हार का कारण और कमजोर बता चुके है.
एमपी में सभी 29 सीटों पर हारी बीजेपी
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सभी 29 सीटों पर हार हुई है. इस हार के पीछे की वजह दलबदल की राजनीति को बताया जा रहा है. कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल दो दिन पहले अपना बयान जारी कर हार का कारण बता चुके हैं, उनके अनुसार अपने नेताओं को रोक नहीं पाने की वजह से मध्य प्रदेश में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.
‘स्वाभाविक रूप से कांग्रेस की सीट डबल हुई’
वहीं दिल्ली में कांग्रेस CWC बैठक से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र ‘जीतू’ पटवारी ने कहा कि पूरे देश में नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक जनादेश मिला है. स्वाभाविक रूप से कांग्रेस की सीट डबल हुई है. नरेंद्र मोदी 400 की बात करते थे और 200 के आसपास उनकी पार्टी सिमट गई. आज कांग्रेस पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक है। चुनाव के हार और जीत की समीक्षा होनी चाहिए और जहां से हम जीते हैं उसका प्रोत्साहन भी होना चाहिए.