केमिकल वाले गुलाल से भड़की थी आग, रिपोर्ट आते ही महाकाल मंदिर प्रशासक पर गिरी गाज

उज्जैन: श्री महाकालेश्वर मंदिर में होली महोत्सव के दिन भस्म आरती के समय लगी आग के मामले में शुरुआती जांच रिपोर्ट आ गई है। इसके बाद महाकाल मंदिर के प्रशासक संदीप सोनी को हटा दिया गया है। साथ ही सिक्योरिटी कंपनी क्रिस्टल को भी नोटिस जारी किया गयाहै। जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि केमिकल युक्त गुलाल के कारण ही यह आग लगी थी, जिसकी पुष्टि जांच कमिटी की रिपोर्ट में हुई है। इसके बाद नए नियमों के साथ महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन व्यवस्था भी बदली जाएगी।

प्रतिकात्मक रंग पंचमी मनाया गया

वहीं, रंग पंचमी पर केसर युक्त एक लोटे रंग अर्पित कर प्रतीकात्मक रंग पंचमी महोत्सव मनाया जाएगा। इस पूरे मामले में जांच कमिटी ने सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले हैं। प्राथमिक जांच रिपोर्ट कलेक्टर नीरज सिंह को सौंप दी गई है।

मजिस्ट्रियल जांच की आई है रिपोर्ट

दरअसल, श्री महाकालेश्वर मंदिर में आग को लेकर प्रधानमंत्री से लेकर देश के गृह मंत्री तक ने चिंता जताई थी। सीएम मोहन यादव खुद वहां पहुंचे थे। इसके बाद कलेक्टर नीरज सिंह द्वारा मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए थे। जांच कमिटी ने बारीकी से मामले की जांच की थी। रिपोर्ट आने के बाद महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी को हटा दिया गया। वहीं, उनके स्थान पर जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीणा को महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

गुलाल से भड़की थी आग

भस्मारती के दौरान वहां मौजूद पंडित, पुजारी, मंदिर प्रतिनिधि, सेवक और श्रद्धालु अपने हाथों में प्रतिबंधित प्रेशर पंप से गुलाल उड़ाते नजर आए हैं। केमिकल युक्त गुलाल आरती के दीपक पर गिरा, जिससे आग भभक उठी और यह हादसा हुआ। इस पूरे मामले में समिति ने माना कि मंदिर प्रोटोकॉल और होली के नियमों का उल्लंघन हुआ है।

नियमों की अनदेखी की गई

दरअसल, मंदिर स्थित गर्भ गृह में मात्र 4 से 5 किलो हर्बल गुलाल ले जाने की अनुमति थी। इसके बावजूद क्विंटल में गुलाल और प्रेशर पंप पहुंच गया। इस मामले में सुरक्षा कंपनी क्रिस्टल को भी नोटिस जारी किया गया है।

दर्शन व्यवस्था में बड़े बदलाव

घटनाक्रम होने के बाद कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि मंदिर में दर्शन व्यवस्था को लेकर कई बदलाव किए जाएंगे। गर्भ गृह में सेवकों और अन्य लोगों का प्रवेश रोका जाएगा। नंदी हॉल में सभी के लिए प्रवेश बंद किया है। भस्म आरती के दौरान प्रोटोकॉल कर्मचारी और सेवकों को बाहर रहने के निर्देश दिए हैं। रंगपंचमी पर श्रद्धालुओं की सामग्री पर प्रतिबंध रहेगा। भगवान को सीमित मात्रा में रंग अर्पित होगा। साथ ही गर्भ गृह में आरती पूजन के दौरान लोगों की संख्या निर्धारित की जाएगी। वहीं, पुजारी के सेवकों की संख्या भी सीमित की जाएगी।

चार बड़े मंदिरों का दौरा कर लेंगे सीख

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। इसको लेकर एक प्रशासनिक टीम देश के चार बड़े मंदिरों का दौरा करने जाएगी। इसमें डेप्युटी कलेक्टर और महाकालेश्वर मंदिर के कुछ अधिकारी भी शामिल होंगे। यह टीम शिर्डी, काशी विश्वनाथ, तिरुपति बालाजी और सोमनाथ मंदिर का दौरा करेगी।

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