BAPS हिंदू मंदिर में टाइट नियम! पहनकर गए ये चीजें तो नहीं मिलेगी एंट्री

लंबे इंतजार के बाद शनिवार (2 मार्च 2024) से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी में नवनिर्मित बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) हिंदू मंदिर को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. संस्था ने मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम बनाए हैं, जो इस प्रकार हैं:

मंदिर के पुजारियों की ओर से आम जनता के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए हैं. जारी दिशानिर्देश के अनुसार, मंदिर में उन्हीं श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा जो गर्दन, कोहनी और टखनों को ढकने वाले कपड़ों में होंगे.

BAPS की यह है गाइडलाइंस

गाइडलाइंस में आगे बताया गया कि मंदिर में टोपी, टी-शर्ट और आपत्तिजनक डिजाइन वाले अन्य कपड़ों की मनाही है. जालीदार या आर-पार दिखने वाले और टाइट-फिटिंग कपड़े पहने हुए लोगों को भी मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा. श्रद्धालु ऐसे कपड़ों और सामानों से बचें जो अन्य लोगों के ध्यान भटका सकते हैं. मंदिर में शांतिपूर्वक ध्यान लगाएं और दूसरों की भावनाओं का सम्मान करें.

पालतू जानवरों भी की है मनाही 

मंदिर की वेबसाइट के मुताबिक, पालतू जानवरों को परिसर में लाने की मनाही है. मंदिर परिसर में बाहर से भोजन और या कोई पेय पदार्थ लेकर भी नहीं लाया जा सकता है. मंदिर परिसर में ड्रोन की भी अनुमति नहीं है. दरअसल, बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था को आमतौर पर लोग बीएपीएस नाम से पुकारते हैं. बीएपीएस एक हिंदू धार्मिक और सामाजिक संगठन है जिसकी स्थापना 1907 में हिंदू धर्म के आध्यात्मिक संत शास्त्रीजी महाराज ने की थी. बीएपीएस के तहत करीब 1,550 मंदिर आते हैं. 

बीएपीएस के अधीन राजधानी दिल्ली और गुजरात की राजधानी गांधीनगर स्थित अक्षरधाम जैसे ऐतिहासिक मंदिर आते हैं. अब बीएपीएस की ओर से अबू धाबी में भी आलीशान मंदिर का निर्माण किया गया है. यूएई में बने 108 फुट ऊंचे मंदिर का अनावरण हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.  

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