पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले के आरोपी और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हमले के मामले में गिरफ्तार हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख शाहजहां को आज गुरुवार (29 फरवरी) को कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान उसकी बॉडी लैंग्वेज देखकर नहीं लगा कि उस पर इतने गंभीर आरोप लगे हैं. वो बिल्कुल दंबग की तरह कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचा.
पुलिस ने बताया कि वह अपने कुछ साथियों के साथ एक घर में छिपा हुआ था. गिरफ्तारी के बाद जब बंगाल पुलिस उसे उत्तर 24 परगना के बशीरहाट कोर्ट में पेशी के लिए जा रही थी तो वो बैखौफ अंदाज में दिखा. एकदम भाई वाले अंदाज में अपना हाथ उठाते हुए दिखा. जिन मामलों को लेकर इतना बवाल और प्रदर्शन हुआ, उसको लेकर शेख शाहजहां के चेहरे पर थोड़ी सी भी शिकन देखने को नहीं मिली.
गंभीर आरोपों के बाद भी चेहरे नहीं दिखी शिकन
55 दिनों से पुलिस की गिरफ्त से बाहर शेख शाहजहां कई लोगों के लिए सिरदर्द बना हुआ था. उसके ऊपर कई संगीन आरोप लगे हैं और इसकी शिकन उसके चेहरे दूर-दूर तक नहीं थी. वो पुलिस की गिरफ्त में भी बेखौफ अंदाज में चल रहा था. हालांकि अब उस पर कानूनी शिकंजा कस चुका है.
कोर्ट ने निकाली शेख शाहजहां की हेकड़ी
भले ही कोर्ट के बाहर शेख शाहजहां दंबग स्टाइल में चलता नजर आया हो लेकिन कोर्ट ने उसको लेकर सख्त टिप्पणी की है. कोर्ट के कहा कि उसके ऊपर 42 मुकदमे हैं और अब सुनवाई के बाद ही जमानत पर फैसला होगा.
दरअसल, शेख शाहजहां की गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में जमानत याचिका डाली गई. कोर्ट ने शाहजहां के वकील से कहा कि हम आपकी पेशी का इंतजार कर रहे थे. इस पर आरोपी शाहजहां के वकील ने कहा कि अग्रिम जमानत की याचिका पेंडिंग है. इस पर कोर्ट के चीफ जस्टिस ने फटकार लगाते हुए कहा कि हमें इस व्यक्ति से कोई सहानभूति नहीं है. इस पर 42 मुकदमे हैं, अगले 10 साल तक कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ेंगे. पेशी होगी और सुनवाई चलेगी.
कोर्ट ने कहा, “वकील साहब, अगले 10 साल तक आपके पास बहुत काम होगा. आप काफी व्यस्त रहने वाले हैं. सोमवार को अगली सुनवाई के लिए आएं. हमें शाहजहां से कोई सहानभूति नहीं है.”