खाड़ी देशों में लाखों की संख्या में भारतीय रहते हैं. यहां की जेलों में भी कई भारतीय कैद हैं लेकिन हर साल रमजान के पवित्र महीने से पहले कई कैदी रिहा भी किए जाते हैं. एक भारतीय व्यवसायी ने 900 लोगों को कैद से छुड़ाने के लिए 2.25 करोड़ रुपये का दान दिया है.
प्योर गोल्ड के मालिक 66 वर्षीय फिरोज मर्चेंट ने संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों को दस लाख दिरहम यानी 2.25 करोड़ रुपये दान के रूप में दिए. उनके कार्यालय ने एक बयान में कहा, “दुबई स्थित प्रमुख भारतीय व्यवसायी और प्योर गोल्ड के परोपकारी फिरोज मर्चेंट ने अरब देश की जेलों से 900 कैदियों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए करीब 2.25 करोड़ रुपये का दान दिया है.”
यूएई में 900 कैदियों की कराई रिहाई
2008 में स्थापित द फॉरगॉटन सोसाइटी पहल के तहत मर्चेंट ने 2024 की शुरुआत से संयुक्त अरब अमीरात में 900 कैदियों की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें अजमान के 495 कैदी, फुजैराह के 170 कैदी, दुबई के 121 कैदी और 69 कैदियों की रिहाई शामिल हैं. उम्म अल क्वैन के कैदी और रास अल खैमा के 28 कैदी भी रिहा किए गए हैं.
20 हजार कैदियों की मर्चेंट ने की मदद
संयुक्त अरब अमीरात की केंद्रीय जेलों के पुलिस महानिदेशकों के साथ मिलकर, मर्चेंट पिछले कुछ सालों में विभिन्न समुदायों, राष्ट्रीयताओं और धर्मों के 20,000 से अधिक कैदियों की रिहाई कराई है. वह उनका कर्ज चुकाते हैं और उनके गृह देश वापस जाने के लिए उनके हवाई टिकटों की भी व्यवस्था करते हैं.
2024 में 3000 कैदियों की रिहा कराने का लक्ष्य
मर्चेंट का कहना है कि उन्होंने इस मिशन को इस बात को ध्यान में रखते हुए शुरू किया है कि संयुक्त अरब अमीरात उन्हें अपने परिवारों के साथ फिर से जुड़ने का मौका देता है. उनकी कोशिश है कि इस साल 2024 में 3000 से ज्यादा कैदियों की रिहाई कराई जाए और उन्हें अपने परिवार के पास भेजा जाए. फिरोज मर्चेंट की इस पहल को अमीराती शासकों ने भी मंजूर किया है.
फिरोज मर्चेंट ने एक बयान में कहा, “मैं सरकारी अधिकारियों के साथ जुड़ने के लिए बहुत भाग्यशाली हूं. फॉरगॉटन सोसाइटी पहल मानवता सीमाओं से परे है. हम उन्हें अपने देश और समाज में अपने परिवार के साथ मिलाने के लिए मिलकर काम करते हैं.”