कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उनके इस मुलाकात के कई कयास लगाए जा रहे हैं. इन सबके बीच पीएम से मुलाकात के बाद प्रमोद कृष्णम ने प्रतिक्रिया दी.
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “मेरी पहचान सनातन के सेवक के रूप में है. मैं भारत के साथ हूं, सनातन के साथ हूं. सनातन वह धर्म है जो सत्य है और शाश्वत है.”
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात पर कहा, “भारत के प्रधानमंत्री से मिलना कोई गुनाह नहीं है, उन्हें श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित करना भी कोई गुनाह नहीं है और अगर यह गुनाह है तो मैं इसकी सज़ा भुगतने के लिए तैयार हूं.”
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें उत्तर प्रदेश के सम्भल में 19 फरवरी को आयोजित होने वाले श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित किया.
मोदी से मुलाकात करने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘मुझे 19 फरवरी को होने वाले श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. इसे स्वीकार करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार एवं धन्यवाद.’
कांग्रेस नेता के इस पोस्ट का जवाब देते हुए मोदी ने कहा, ‘‘आस्था और भक्ति से जुड़े इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. आमंत्रण देने के लिए आपका हृदय से आभार आचार्य प्रमोद जी.’’
कृष्णम ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लखनऊ से लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे. पिछले कुछ समय से वह कांग्रेस नेतृत्व के कुछ फैसलों की आलोचना कर रहे हैं. कृष्णम ने 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस नेताओं के भाग नहीं लेने के फैसले की भी आलोचना की है.