विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को भुलाकर कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. एआईसीसी के निर्देश पर बनी कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने अब अपने उम्मीदवारों के चयन पर काम करना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में मध्यप्रदेश की 29 सीटों पर कैंडिडेट खड़े करने के लिए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की एक बड़ी बैठक शनिवार को भोपाल में होने जा रही है. इस बैठक में तय कर दिया जाएगा कि मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस किन नेताओं को अपना उम्मीदवार बनाएगी. यह बैठक स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल की अध्यक्षता में होगी.
सभी 29 कैंडिडेट का चयन करने के लिए संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार की गई है. इसके लिए कांग्रेस कमेटी के सदस्यों द्वारा हर सीट पर सर्वे कार्य कराए गए हैं. जिनके आधार पर हर सीट पर सात से आठ उम्मीदवारों को संभावित सूची में रखा गया है. अब स्क्रीनिंग कमेटी सभी सुझावों और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर हर सीट पर किसी एक नाम को फाइनल करने का काम करेगी और उसके बाद उस नाम को केंद्रीय कमेटी को भेजकर प्रस्तावित किया जाएगा.
लोकसभा के लिए तय किए जाएंगे उम्मीदवार
केंद्रीय कमेटी की सहमति के बाद संबंधित सीट पर उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए जाएंगे. कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस हर हाल में फरवरी महीने के आखिरी सप्ताह तक अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है. मध्यप्रदेश में तो संभव है कि फरवरी के आखिरी सप्ताह तक सभी 29 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान हो जाए.
कार्यकर्ताओं को निराशा से बाहर लाने की चुनौती
कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस की कल्पनाओं से परे उनकी हार हुई है. जहां हर सर्वे रिपोर्ट में कांग्रेस को बीजेपी से बराबरी की टक्कर देते हुए दिखाया गया था लेकिन चुनाव परिणाम सामने आए तो बीजेपी 163 और कांग्रेस सिर्फ 66 सीटों पर सिमटी नजर आई. ऐसे में अब कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के सामने ये चुनौती है कि हताशा और निराशा से जो कांग्रेस कार्यकर्ता घर बैठ गए हैं, उनमें लोकसभा चुनाव के लिए जोश भरा जाए और उनको चुनावी मैदान में पूरे दमखम से खड़ा किया जाए. शीर्ष नेतृत्व के सामने कार्यकर्ताओं का मनोबल को बढ़ाना एक बड़ी चुनौती है.