मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार 25 दिसंबर को हुआ था. लेकिन विस्तार के बाद से अब तक विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है. सीएम मोहन यादव गुरुवार को अचानक रात में दिल्ली दौरे पर पहुंचे थे. जहां उन्होंने बीजेपी के सीनियर नेताओं से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री शुक्रवार को दिल्ली दौरे से दोपहर 12 बजे तक वापस आएंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि वह दिल्ली से लौटने के बाद मंत्रियों में विभागों का बंटवारा कर सकते हैं.
सीनियर नेताओं से करेंगे मुलाकात
दरअसल, मुख्यमंत्री मोहन यादव गुरुवार की रात 9 बजे अचानक दिल्ली रवाना हुआ थे. जहां दिल्ली दौरे से वह शुक्रवार को वापस लौटेंगे. दिल्ली जाने से पहले उन्होंने मध्य प्रदेश के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक चली थी. इसके बाद ही वह दिल्ली रवाना हुए. बताया जा रहा है कि सीएम मोहन यादव शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर विभागों के बंटवारे पर फाइनल मुहर लगाकर ही शायद वापस आएंगे.
दिल्ली रवाना होने से पहले जब सीएम मोहन यादव से मंत्रियों के विभाग बंटवारे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब में कहा था ‘जब मंत्री बना दिए हैं तो ये भी हो जाएगा.’ जिससे माना जा रहा है कि सीएम का दिल्ली दौरा विभागों के बंटवारे को लेकर ही हुआ है.
इस वजह से फंसा है पेंच
सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर सीनियर मंत्रियों को लेकर पेंच फंसा है. राजनीतिक जानकारों का मानना है सीएम मोहन यादव के मंत्रिमंडल में सभी समीकरण साधे गए हैं. सीनियर नेताओं को भी मंत्री बनाया गया है. मंत्रियों में कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, रावउदय प्रताप सिंह जैसे सीनियर नेताओं को भी मंत्री बनाया गया है. इसके अलावा जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. ऐसे में सीनियर मंत्रियों को कौन से विभाग मिलेंगे इसी मामले पर सबसे ज्यादा पेंच फंसा है.
बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ दोनों डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा ने 13 दिसंबर को शपथ ली थी. ऐसे में 16 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक उपमुख्यमंत्रियों के पास भी अब तक विभाग नहीं हैं. जबकि विपक्ष ने भी अब मामले में निशाना साधना शुरू कर दिया है. ऐसे में माना जा रहा है कि शुक्रवार या शनिवार को सीएम मोहन यादव मंत्रियों को उनके विभाग सौंप सकते हैं.