कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी बने MP कांग्रेस अध्यक्ष:उमंग सिंघार नेता प्रतिपक्ष, हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) में बड़ा फेरबदल हुआ है. पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamal Nath) के स्थान पर अब जीतू पटवारी (Jitu Patwari) को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी गई है, जबकि आदिवासी नेता उमंग सिंगार (Umang Singhar) को नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे (Hemant Katare) को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया है. खास बात यह है कि कांग्रेस ने भी नियुक्तियों में सामाजिक सिस्टम साधने का प्रयास किया है.

वहीं जीतू पटवारी को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी बधाई दी है. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- “जीतू पटवारी को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष, उमंग सिंघार को कांग्रेस विधायक दल का नेता और हेमंत कटारे को उपनेता मनोनीत किए जाने पर हार्दिक शुभकामनाएँ.”

बता दें हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इस चुनाव में जहां बीजेपी को 163 सीटें मिली तो वहीं विपक्षी दल कांग्रेेस को महज 66 सीटों से संतोष पड़ा. विधानसभा चुनाव के बाद जहां बीजेपी ने साढ़े 16 साल से सीएम पद की जिम्मेदारी संभाल रहे शिवराज सिंह चौहान के स्थान पर उज्जैन दक्षिण विधानसभा से विधायक डॉ. मोहन यादव को सीएम बनाया है तो वहीं इस बार दो डिप्टी सीएम भी बनाए गए हैं. बीजेपी द्वारा किए गए इस परिवर्तन का असर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर भी देखने को मिला. नतीजतन कांग्रेस ने भी प्रदेश में बड़ा बदलाव कर दिया है.

जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान
बता दें बीते सात वर्षों से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की कमान कमलनाथ संभाल रहे थे. 2018 के चुनाव में तो कांग्रेस को विजयश्री हासिल हो गई थी, लेकिन 2023 के चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. कयास लगाए जा रहे थे कि अब कांग्रेस में परिवर्तन होगा, जिसका आज असर देखने को मिला. कांग्रेस के दिल्ली हाईकमान ने पीसीसी चीफ कमलनाथ के स्थान पर अब जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दे दी है. वहीं नेता प्रतिपक्ष के रूप में आदिवासी नेता उमंग सिंघार और उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटाने को बना दिया है.

बैठक दल की बैठक में नहीं हो सका था निर्णय
दो दिन पहले राजधानी भोपाल में कांग्रेस विधायल दल की बैठक आयोजित की थी. इस बैठक से कमलनाथ ने दूरी बनाए रखी थी, जबकि बैठक में रणदीप सुरजेवाला सहित भंवर जितेन्द्र सिंह, दिग्विजय सिंह मौजूद थे. हालांकि विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर सहमति नहीं बन सकी थी. बैठक के बाद वरिष्ठ विधायक अजय सिंह ने कहा था कि बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित हुआ है कि नेता प्रतिपक्ष का फैसला दिल्ली हाईकमान करेगा. नतीजतन दिल्ली हाईकमान ने प्रदेश में बड़ा फेरबदल कर दिया है.

कौन हैं जीतू पटवारी जिसपर कांग्रेस ने जताया भरोसा
50 वर्षीय जीतू पटवारी 2013 में पहली बार राऊ सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे. वह फिलहाल कांग्रेस सचिव और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रभारी हैं. वह मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. बता दें कि राऊ सीट पर इस बार भी कांग्रेस ने जीतू पटवारी चुनाव में खड़ा किया था लेकिन वह बीजेपी के मधु वर्मा से हार गए जबकि 2018 में जीतू पटवारी ने मधु वर्मा को 5703 वोट से हराया था. जीतू पटवारी राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं. वह कमलनाथ सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.

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