पाकिस्तान की फौज और आतंकवादी संगठन दोनों एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं. इसका एक और जीता जागता सबूत सामने आया है. मामला पाकिस्तान के पंजाब के कंगनपुर का है, जहां पाकिस्तान रेंजर्स की एक बड़ी बटालियन मौजूद है. इस बटालियन के प्रमुख कर्नल जाहिद जरीन खटक है. कर्नल जाहिद ने अपने बटालियन में जेहादी भाषण देने के लिए आतंकवादी संगठन लश्कर के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी को आमंत्रित किया.
आतंकवादी संगठन का यह बड़ा सरगना अपने पूरे लाव लश्कर के साथ फौजी कैंप में पहुंचा. जहां पाकिस्तानी फौज के कर्नल जाहिद और उनकी टीम ने इस खतरनाक आतंकवादी का फूल बरसाकर स्वागत किया. इसके बाद इस आतंकवादी सरगना ने फौजियों को 1 घंटे का जिहादी लेक्चर दिया, जिसमें यह बताया गया कि वे जितने भी भारतीय सैनिकों का कत्ल करेंगे अल्लाह उतना उतना ही शवाब (पुण्य) देगा. यह कत्ल किसी भी तरह से होना चाहिए चाहे सीमा पर बैट एक्शन के द्वारा या धोखे से उन्हें गोली मारकर…
आतंकी सरगना ने अपने लेक्चर में यह भी कहा कि वह जितने भी आतंकवादी साथियों को सीमा पार पहुंचाते हैं, अल्लाह उनकी उतनी ही मदद करता है, क्योंकि यह आतंकवादी साथी अल्लाह का काम करने के लिए भारत में जाते हैं.
पाकिस्तान की फौज का आतंकवादियों पर फूल बरसा कर स्वागत करने का यह फोटो वायरल हो रहा है. यह अपने आप में पाकिस्तानी फौज और आतंकवादियों के बीच सीधे संबंध का सबसे बड़ा और जीता जागता सबूत है. यह तस्वीर अपनी कहानी कह रही है कि पाकिस्तानी फौज किस तरह से आतंकवादियों का वेलकम करती है. दूसरी तरफ पाकिस्तानी प्रशासन लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह दुहाई देता घूमता है कि उनका आतंकवादियों से कोई संबंध नहीं है.