देवेंद्र फडणवीस दिल्ली रवाना, रात में शाह से मिलेंगे:इसके बाद CM के नाम का ऐलान संभव; आदित्य शिवसेना ठाकरे के नेता चुने गए

महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन होगा, इसका ऐलान आज रात या कल सुबह हो जाएगा। देवेंद्र फडणवीस दिल्ली रवाना हो गए हैं। वह रात में अमित शाह से मिलेंगे।

वह रात 10:30 बजे अमित शाह से मिलेंगे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है। भाजपा से जुड़े सूत्रों का दावा है मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हो गया है।

महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजे आने के बाद 26 नवंबर तक सरकार का गठन होना है। इसकी वजह ये है कि विधानसभा का कार्यकाल इस दिन खत्म हो रहा है, सरकार गठित न होने पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ेगा।

महायुति सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर सकती है।  सूत्रों के मुताबिक, 1 मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी CM का फॉर्मूला तय हुआ है। महायुति की पार्टियों में हर 6-7 विधायक पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला भी फाइनल हुआ है। इस हिसाब से भाजपा के 22-24, शिंदे गुट के10-12 और अजित गुट के 8-10 विधायक मंत्री बन सकते हैं।

दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में हुई बैठक में आदित्य ठाकरे को विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों में पार्टी का संयुक्त नेता चुना गया है। भास्कर जाधव को शिवसेना (UBT) के विधायक दल का नेता और सुनील प्रभु को चीफ व्हिप चुना गया है।

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस्तीफे की पेशकश की है। हालांकि पार्टी ने उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा है। विधानसभा चुनाव में नाना पटोले ने ही कांग्रेस की टिकट बांटी थीं। उनकी लीडरशिप में कांग्रेस ने 16 सीटें जीतीं। पिछले चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 16.1% था, जो अब घटकर 12.42% रह गया है।

महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 2019 के मुकाबले इस बार 4% ज्यादा वोटिंग हुई। 2019 में 61.4% वोट पड़े थे। इस बार 65.11% वोटिंग हुई।

नतीजों के बाद के अपडेट्स…

अजित बोले- युगेंद्र को चुनाव लड़ाने का मतलब नहीं था, लोकसभा में मैंने गलती की

रिजल्ट आने के बाद अजित पवार ने भतीजे युगेंद्र पवार के अपने खिलाफ चुनाव लड़ने पर सोमवार को पहली प्रतिक्रिया दी। मीडिया से बातचीत में अजित ने कहा- युगेंद्र बिजनेसमैन हैं, उनका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। मेरे अपने भतीजे को मेरे खिलाफ चुनाव में उतारने का कोई कारण नहीं था।

इसके अलावा लोकसभा चुनाव में बहन के खिलाफ पत्नी को उतारने पर दोहराया कि मैंने गलती की, लेकिन अगर आपको संदेश देना है तो क्या आप अपने ही परिवार के किसी व्यक्ति को मेरे खिलाफ खड़ा करेंगे?

शरद पवार खेमे ने अजित पवार के बड़े भाई श्रीनिवास पवार के बेटे युगेंद्र को बारामती सीट से टिकट दिया था। अजित ने युगेंद्र को करीब 1 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है।

नेता विपक्ष को लेकर MVA संयुक्त दावा पेश कर सकती है

विधानसभा चुनाव में किसी भी विपक्षी पार्टी को सदन में नेता प्रतिपक्ष (LoP) के लिए जरूरी सीटें नहीं मिली हैं। नियमानुसार विधानसभा सीटों की कम से कम 10% सीटें जीतने वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है।

शरद शाम 4 बजे विधायकों से बैठक करेंगे, आदित्य शिवसेना (UBT) के संयुक्त नेता चुने गए

NCP(SP) प्रमुख शरद पवार सोमवार शाम 4 बजे नए विधायकों के साथ बैठक करेंगे। बैठक वाईवी चव्हाण सेंटर, कराड में होगी। इसके बाद मंगलवार को चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों के साथ बैठक होगी।

वहीं, उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में हुई बैठक में आदित्य ठाकरे को विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों में पार्टी का संयुक्त नेता चुना गया है। भास्कर जाधव को शिवसेना (UBT) के विधायक दल का नेता और सुनील प्रभु को चीफ व्हिप चुना गया है।

पार्टी अपने सभी विजयी उम्मीदवारों से शपथपत्र लेने पर विचार कर रही। है। पार्टी में हुई टूट के बाद ऐतियातन ऐसा किया जा सकता है ताकि विधायक पार्टी के सभी निर्णय से बंधे रहें।

संजय राउत बोले- EVM में गड़बड़ी हुई, बैलेट पेपर से वोटिंग होनी चाहिए

शिवसेना (शिंदे) से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र चुनाव में पार्टी की हार के बाद कहा- राज्य में एक बार फिर बैलेट पेपर से वोटिंग होनी चाहिए, क्योंकि EVM में गड़बड़ी हुई है। हमें EVM में गड़बड़ी की 450 शिकायत मिली हैं। बार-बार आपत्ति जताने के बावजूद इस मुद्दे पर कोई एक्शन नहीं लिया जाता। हम कैसे कह सकते हैं कि ये चुनाव निष्पक्ष तरीके से हुए हैं? इसलिए मेरी मांग है कि नतीजों को रद्द किया जाए और बैलेट पेपर से दोबारा चुनाव कराए जाएं।

राउत ने कहा- हाल ही में पार्टी बदलने वाले नेता भी विधायक बन गए हैं। इससे संदेह पैदा होता है। पहली बार शरद पवार ने ईवीएम को लेकर संदेह जताया है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हमने एकजुट होकर MVA के रूप में चुनाव लड़ा। यहां तक ​​कि शरद पवार जैसे नेता को भी हार का सामना करना पड़ा।

अगर कई पार्टियों ने इससे ज्यादा सीटें हासिल की हों, तो सबसे ज्यादा सीट वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। इस बार ऐसा नहीं है इसलिए MVA के संयुक्त LoP पद का दावा कर सकती है। इस संबंध में राज्यपाल को पत्र लिखकर प्री-पोल अलायंस का तर्क दिया जाएगा।

अजित पवार भतीजे रोहते से बोले- मैं तु्म्हारी सीट पर प्रचार करता तो सोचों क्या होता 

रोहित पवार और अजित पवार महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री वाई बी चव्हाण की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके स्मारक पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस दौरान अजित पवार ने रोहित पवार को जीत की बधाई दी और मजाक करते हुए कहा, ‘इधर आओ, मेरा आशीर्वाद लो। तुम मुश्किल से ही जीत पाए हो और अगर मैंने तुम्हारी सीट पर प्रचार किया होता तो सोच लो क्या हुआ होता।’ इसके बाद रोहित पवार ने भी अजित पवार के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।

दरअसल,विधानसभा चुनाव में रोहित पवार शरद गुट की ओर चुनाव लड़े। वे मामूली अंतर से जीत दर्ज कर सके। रोहित पवार भाजपा के राम शिंदे के सामने हारते-हारते बचे और सिर्फ 1,243 वोटों से ही चुनाव जीत सके।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले दिल्ली पहुंचे, राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले दिल्ली पहुंचे हैं। यहां वे लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।

सूत्रों के मुताबिक नाना पटोले ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है, लेकिन पार्टी ने उन्हें फिलहाल पद पर बने रहने को कहा है।

राज ठाकरे की पार्टी की मान्यता खत्म हो सकती है

राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) इस चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई। पार्टी का वोट शेयर भी 1.55 % था। इस नतीजे के कारण राज ठाकरे की पार्टी की मान्यता रद्द हो सकती है। चुनाव आयोग उनका सिंबल छीन सकता है।

चुनाव आयोग के नियम के मुताबिक, अगर पार्टी के पास एक विधायक और 8% वोट हैं, तो मान्यता बनी रहती है। अगर दो विधायक और 6% वोट मिलते हैं, या फिर तीन विधायक और 3% वोट मिलते हैं, तो भी मान्यता बनी रहती है।

अजित बोले- सरकार गठन को लेकर महायुति में चर्चा चल रही है

डिप्टी CM अजित पवार ने सतारा में कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर महायुति में चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा- लाडकी बहिन योजना के कारण महायुति की जीत हुई। इस शानदार जीत के बाद गठबंधन एकजुट होकर महाराष्ट्र के लिए काम करेगा।

छगन भुजबल बोले- अजित पवार को CM बनना चाहिए

NCP अजित गुट के नेता छगन भुजबल ने सोमवार को कहा कि महायुति सरकार का CM अजित पवार को बनना चाहिए। अजित पवार को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है।

शरद पवार बोले- जनता के निर्णय का आकलन करेंगे

महाराष्ट्र के नतीजों पर NCP(SP) मुखिया शरद पवार ने कराड में प्रेस कांफ्रेंस कर पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- योगी आदित्यनाथ के दिए नारे (बंटेंगे तो कटेंगे) के चलते ध्रुवीकरण हुआ। जो हमें छोड़कर गए, उन्हें सफलता मिली। मराठा-ओबीसी वोट हमें नहीं मिला इस पर चिंतन करेंगे।

अजित पवार को ज्यादा सीटें मिलने पर शरद बोले- इसे स्वीकार करने में कोई हर्ज नहीं है। यह जनता का निर्णय है, इसका आकलन करेंगे। हम घर नहीं बैठेंगे, आगे का चुनाव और बेहतर तैयारी से लड़ेंगे।

बारामती से युगेंद्र को उतारने पर शरद ने कहा- किसी को तो चुनावी मैदान में उतारना था। युगेन्द्र को उतारने का फैसला गलत नहीं था। अजित और युगेंद्र कि तुलना नहीं हो सकती। वहीं, EVM के सवाल पर बोले- आधिकारिक जानकारी के बगैर इस पर कुछ नही बोलूंगा। भाजपा के पास काफी बड़ा आंकड़ा है। जो वादे किए गए थे, लोग अब उसके पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं।

भाजपा का स्ट्राइक रेट 88% NCP(SP) का सबसे कम 11%

इस चुनाव में मुकाबला 6 बड़ी पार्टियों के दो गठबंधन में था। महायुति में भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल हैं, जबकि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार)।

149 सीटों पर लड़ने वाली भाजपा ने सबसे ज्यादा 132 सीटें जीती हैं। गठबंधन ने 288 सीटों में से रिकॉर्ड 230 सीटें जीतीं। भाजपा का स्ट्राइक रेट 88% रहा। कांग्रेस नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी (MVA) को 46 सीटें मिलीं। इसमें सबसे कम 10 सीटें एनसीपी (शरद पवार) ने जीतीं और स्ट्राइक रेट 11% रहा।

0.67 वोट मार्जिन के साथ भाजपा को 27 सीटों का फायदा

एनसीपी (अजित) ने 41 सीटें जीती हैं, लेकिन उसका वोट शेयर 9.01% ही है। वहीं, कांग्रेस के महाविकास अघाड़ी गठबंधन का कुल वोट शेयर 33.65% है, फिर भी उसके खाते में 45 सीटें ही आई हैं।

अगर हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों से तुलना करें तो एनसीपी अजित का वोट शेयर 3 गुना बढ़ा है। भाजपा और शिवसेना शिंदे की वोट हिस्सेदारी में 1% से भी कम की बढ़ोतरी दर्ज हुई है।

लोकसभा के मुकाबले भाजपा के महायुति का कुल वोट शेयर 5.43% बढ़ा है और कांग्रेस के महाविकास अघाड़ी का 10.25% घटा है। शिवसेना उद्धव का वोट शेयर सबसे ज्यादा 6.76% घटा।

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