बरेली: अब वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन धर्म मंदिर संपत्ति बोर्ड बनाने की मांग उठने लगी है. मुख्यमंत्री सीएम योगी और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बरेली में हिन्दू धर्मगुरु ने पत्र लिखकर सनातन धर्म मंदिर संपत्ति बोर्ड बनाने की मांग उठाई है. आचार्य संजीव कृष्ण गौड़ की मानें तो देश का सबसे प्राचीन धर्म सनातन धर्म है और हमारे शास्त्रों में इसके प्रमाण भी विदित हैं. उन्होंने कहा कि इसमें युगों से सनातन धर्म होने का प्रमाण साफ तौर पर दिखाई देता है लेकिन सनातन धर्म में अभी तक किसी भी तरह का कोई बोर्ड स्थापित नहीं किया गया है. जिसके चलते मुगलों ने हमारे मंदिरों को तोड़कर उनको मस्जिदों में तामील करवा दिया था.
सवालिया निशान
उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे में हम मांग करते हैं कि पूरे देश में मंदिरों की रक्षा हेतु सरकार द्वारा सनातन धर्म मंदिर संपत्ति बोर्ड का जल्द गठन किया जाए. आगे कहा गया कि हमारी मांग है कि देश में सनातन धर्म मंदिर संपत्ति बोर्ड का निर्माण किया जाए ताकि प्राचीन मंदिरों की रक्षा हो सके. मंदिरों की संपत्ति भी जो खुर्द हो रही है उसको भी बचाया जाए. वक्फ बोर्ड का जिक्र करते हुए भागवताचार्य संजीव कृष्ण जी महाराज ने बताया कि वक्फ बोर्ड बनाने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग देश की संपत्ति को खुर्द बुर्द कर रहे हैं. इतना ही नहीं सनातन धर्म पर भी वह सवालिया निशान खड़े करते हैं जबकि सनातन धर्म आदिकाल से प्राचीन धर्म है.
हमारी प्रार्थना स्वीकार करें
उन्होंने आगे कहा कि अगर इस सनातन धर्म मंदिर संपत्ति बोर्ड का निर्माण नहीं हो सकता है तो सरकार से मांग की जाती है कि वह मुस्लिम वक्फ बोर्ड को तत्काल प्रभाव से भी रद्द करे. देश के सनातन धर्म से संबंधित करोड़ सनातनियों को बीजेपी सरकार की ओर से यह एक बहुत बड़ी देन होगी. सरकार सनातन धर्म मंदिर संपत्ति बोर्ड का निर्माण करती है इसी उम्मीद और विश्वास के साथ सरकार करोड़ों सनातनियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए हमारी प्रार्थना स्वीकार करें.