पूरे देश में आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरूपति वेंकटेश्वर मंदिर में लड्डू प्रसादम में मिलावट के मामले में हंगामा मचा हुआ है. इस मामले पर श्री श्री रवि शंकर का बड़ा बयान सामने आया है.
श्री श्री रविशंकर ने मंदिर का प्रबंधन धार्मिक नेताओं और भक्तों के हाथों में सौंपने की मांग उठाई है. इससे पहले आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ का गठन करने की मांग उठाई थी.
श्री श्री रविशंकर ने उठाई ये मांग
तिरुपति लड्डू प्रसादम विवाद पर श्री श्री रविशंकर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “तिरुपति लड्डू विवाद ने हिंदू मानस में गहरा घाव और रोष पैदा कर दिया है. अब समय आ गया है कि मंदिर का प्रबंधन स्वार्थी अधिकारियों, निर्दयी व्यापारियों और राजनेताओं के बजाय धार्मिक नेताओं और भक्तों के हाथों में सौंप दिया जाए.”
उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने उठाई सनातन धर्म रक्षा बोर्ड के गठन की मांग
तिरुपति लड्डू प्रसादम विवाद पर उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा था, “तिरुपति बालाजी प्रसाद में एनिमल फैट मिलाए जाने की बात से हम सभी बहुत परेशान हैं. तत्कालीन वाईसीपी सरकार द्वारा गठित टीटीडी बोर्ड को कई सवालों के जवाब देने होंगे. हमारी सरकार हरसंभव सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. लेकिन, यह मंदिरों के अपमान, भूमि संबंधी मुद्दों और अन्य धार्मिक प्रथाओं से जुड़े कई मुद्दों पर प्रकाश डालता है.”
सीबीआई जांच को लेकर नारा लोकेश ने थी ये बात
तिरुपति लड्डू प्रसादम विवाद पर आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने कहा, “मुख्यमंत्री इस पर (CBI जांच की मांग को लेकर) बयान देंगे। किसी को भी नहीं छोड़ेंगे. लेकिन हम इस मामले को सिर्फ CBI जांच से नहीं छोड़ेंगे। आगे और कदम उठाने होंगे। हमें इस पर ‘पूर्ण विराम’ लगाना होगा.”
उन्होंने आगे कहा, “अब समय आ गया है कि पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ का गठन किया जाए. सभी नीति निर्माताओं, धार्मिक प्रमुखों, न्यायपालिका, नागरिकों, मीडिया और अपने-अपने क्षेत्रों के अन्य सभी लोगों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक बहस होनी चाहिए. मुझे लगता है कि हम सभी को किसी भी रूप में ‘सनातन धर्म’ के अपमान को रोकने के लिए एक साथ आना चाहिए.