मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा के लिए नपुंसक शब्द का इस्तेमाल किया है। इसके जवाब में वीडी शर्मा ने कहा कि मैं आपके उस पौरुषत्व को चैलेंज करता हूं।
दरअसल, दिग्विजय सिंह शनिवार को भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। तभी मीडिया ने उनसे सवाल किया- वीडी शर्मा ने आरोप लगाया है कि आपके आतंकियों से संबंध है। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा- वीडी शर्मा मुझे आतंकियों का हिमायती मानते हैं, तो उनकी नपुंसकता पर मुझे निराशा होती है। ट्रिपल इंजन सरकार में होकर भी कार्रवाई नहीं करते।
वीडी शर्मा बोले- आपकी मानसिकता दुर्भाग्यपूर्ण
वीडी शर्मा ने कहा- दिग्विजय सिंह की वरिष्ठता और वे जिस स्थान पर रहे हैं, मैं ऐसा मानता हूं कि इस प्रकार के शब्दों का उपयोग करना ठीक नहीं है। आपसे एक बात कहना चाहता हूं, जो आपने कहा उसके आधार पर अगर आप हमारे जनजाति और अनुसूचित जाति के भाई बहनों का हक छीनकर मुसलमान को देना चाहते हैं तो मुझे यह नपुंसकता स्वीकार है।
वीडी शर्मा ने कहा- आप अगर दलित-आदिवासी भाइयों का हक मुसलमान को देने के लिए आपका जो प्रयास है, मैं आपके उस पौरुषत्व को भी चैलेंज करता हूं। मैं ऐसे शब्दों का उपयोग तो नहीं करूंगा, जिन छोटे और हल्के शब्दों का आपने उपयोग किया है, लेकिन आपकी मानसिकता दुर्भाग्यपूर्ण है।
छतरपुर में प्रशासन ने एकतरफा कार्रवाई की
भोपाल में शनिवार को मीडिया से चर्चा में इंडी गठबंधन के सदस्यों ने छतरपुर में थाने पर पथराव के बाद हुई कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट बताई। इस दौरान पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने छतरपुर में हवेली गिराने पर कहा कि प्रशासन ने एकतरफा कार्रवाई की है। देश में सुनियोजित ढंग से भाजपा और उनके संगठन ने कार्रवाई की है। दिग्विजय सिंह ने कहा- मुसलमानों को एंटी नेशनल बताने का काम किया जा रहा है।
इंदौर हाईकोर्ट में लगाई याचिका, तीन साल से सरकार का जवाब नहीं
पूर्व सीएम दिग्विजय ने कहा कि इन सब बातों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने गाइडलाइंस रेखांकित की थी। इसे लेकर 2021 में इंदौर हाईकोर्ट में याचिका लगाई है कि एमपी सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करें, लेकिन 3 साल से सरकार जवाब नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली में वरिष्ठ एडवोकेट से चर्चा करूंगा। वर्तमान में जो निर्देश जारी किए गए हैं, उस याचिका में इंटरविनर बनूंगा।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में संविधान की शपथ ली जाती है। पीएम नरेंद्र मोदी मस्तक पर लगाते हैं। सभी सीएम, पीएम, अधिकारियों को संविधान का पालन करना ही पड़ता है और नहीं करते हैं, तो अपराध की श्रेणी में आते हैं।
100 रुपए में 40 रुपए की रिश्वत बंट रही है
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भिंड में मुसलमानों का घर गिराने के मामले में भी न्यायालय जाएंगे। मैं खुद मुकदमा लडूंगा। उन्होंने कलेक्टर भिंड संजीव श्रीवास्तव को लेकर कहा कि इतनी बेशर्मी से किसी भी राज्य के अधिकारी-कर्मचारी को नियमों का उलंघन करते नहीं देखा, जितना इन 20 साल में देखा है। नियम कानून को ताक पर रखो, जो करना है करो, तुम भी खाओ, हमें भी दो, जिसे ठेका देना है दो।
दिग्विजय सिंह ने कहा- गुजरात के ठेकेदार एमपी आ रहे हैं। यह भाजपा और मोदी का मॉडल ऑफ गवर्नेंस है। उन्होंने कहा कि 100 में से 40 रुपए रिश्वत, नेता, दलालों, अधिकारियों में बंट रहा है।
दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि किसी के साथ धर्म के आधार पर व्यवहार करना अपराध है। दिग्विजय ने जातिगत जनगणना आवश्यक बताते हुए कहा कि इसमें किसी को आपत्ति नहीं होना चाहिए।