केंद्र सरकार अग्निपथ स्कीम में बदलाव कर सकती है. रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अग्निपथ स्कीम में बदलाव जरूर किए जाएंगे, लेकिन यह सब सही समय पर होगा. बताया जा रहा है कि सेना में अग्निवीरों की संख्या बढ़ाने और उनके वेतन और पात्रता में बदलाव करने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक अग्निपथ योजना को लेकर यूनिट्स और संरचनाओं के अंदर सर्वे और फीडबैक प्रोसेस जारी है. सेना ने पहले ही सरकार को बदलावों पर सिफारिशें दे दी हैं. इन बदलावों को करने में देरी हो सकती है, लेकिन बदलाव किया जाना ही है. हालांकि ये परिवर्तन उचित समय आने पर होंगे.
4 साल के लिए की जाती है भर्ती
बता दें कि भारत सरकार ने जून 2022 में रक्षा बलों के लिए अग्निपथ भर्ती स्कीम का ऐलान किया था, जिसके अंतर्गत भारतीय सैनिकों की भर्ती सिर्फ चार साल के लिए की जाती है. अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया में एक बड़े बदलाव की घोषणा भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी.
अग्निपथ में शामिल होने वाले अग्निवीर
इस योजना में सेना में 4 साल के लिए युवाओं की भर्ती का प्रावधान है. साथ ही उन्हें सेवानिवृत्ति के साथ सेवा निधि पैकेज दिए जाने की योजना भी इस स्कीम में शामिल है. स्कीम के तहत सेना में शामिल होने वाले को अग्निवीर कहा जाएगा. सेना की इस नई भर्ती स्कीम को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, वायु सेना के चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार की उपस्थिति में लॉन्च किया था.
आखिर में मिलती है टैक्स फ्री सेवा निधि
अग्निपथ स्कीम का लक्ष्य आर्मी सर्विस की प्रोफाइल को उपयोगी बनाना है. अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल 4.76 लाख का पैकेज मिलता है, जो चौथे साल तक बढ़कर 6.92 लाख तक पहुंच जाता है. इसके अलावा इस योजना में रिस्क और हार्डशिप अलाउएंस भी मिलेंगे. चार साल की नौकरी खत्म होने के बाद उन्हें 11.7 लाख रुपए की सेवा निधि मिलती है, जो टैक्स-फ्री होती है.