इस्लामाबाद: पाकिस्तान के एक्सपर्ट का मानना है कि देश के आर्थिक पुनरुद्धार के लिए जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान और भारत की भूमिका अहम होगी। पाक न्यूज चैनल एक्सप्रेस न्यूज पर एक शो में कई विशेषज्ञ इस पर बात पर सहमत हुए। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के संपादक नवीद हुसैन ने शो में राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक स्थिरता की जरूरत पर जोर दिया। हुसैन ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को आकर्षित करने और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सरकार राजनीतिक स्थिरता को प्राथमिकता दे। साथ ही सुरक्षा स्थितियों में सुधार करते हुए विपक्षी दलों के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना चाहिए। सरकार को जेल में बंद पीटीआई संस्थापक इमरान खान के साथ मेल-मिलाप करने में अनिच्छा नहीं दिखानी चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार नवीद हुसैन ने कहा कि इमरान खान से सुलह के लिए सरकार को बेहतर माहौल बनाने की आवश्यकता है। पीटीआई नेताओं के खिलाफ बेवजह की कार्रवाइयों से बचना चाहिए। अगर हर रोज प्रदर्शन ही होते रहेंगे तो कैसे माहौल सुधरेगा और निवेश आएगा। सरकार को आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए सभी राजनीतिक दलों का एक साथ लाने और सभी से सहयोग लेने की जरूरत है। हुसैन ने कहा कि मुश्किल फैसलों के नाम पर भी आम लोगों पर ही बोझ डाला जाता है, इससे बचा जाना चाहिए।
भारत के साथ व्यापार भी जरूरी
डेली एक्सप्रेस के समूह संपादक अयाज खान ने देश के बड़े व्यवसायी आरिफ हबीब के भारत के साथ व्यापार की तरफदारी को अच्छा कदम कहा। उन्होंने कहा, विदेश मंत्री इशाक डार कह चुके हैं कि सरकार भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने की संभावना पर विचार करेगी। अब आरिफ हबीब ने भी ऐसा ही कहा है तो सरकार को आगे बढ़ना चाहिए। भारत एक अहम पड़ोसी देश है और भारत से व्यापारिक रिश्ते पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे।
एक्सप्रेस न्यूज ब्यूरो के इस्लामाबाद के हेड अमीर इलियास राणा ने आर्थिक पुनरुद्धार के लिए सभी राजनीतिक दलों के बीच सुलह पर जोर दिया। एक्सप्रेस न्यूज के कराची ब्यूरो प्रमुख फैसल हुसैन ने कहा कि कोई भी राष्ट्र व्यापार में सक्रिय भागीदारी के बिना आगे नहीं बढ़ सकता है। अगर व्यापार होता है तो इससे पाकिस्तान और बेरोजगार युवाओं को भी फायदा होगा। एक्सप्रेस न्यूज के लाहौर ब्यूरो प्रमुख इलियास ने भारत और सभी पड़ोसी देशों के साथ बेहतर संबंध बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बेझिझक इस पर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने लोगों पर बोझ कम करने के लिए बजट से पहले सभी राजनेताओं को एक साथ आने की आवश्यकता पर बल दिया।