लोकसभा चुनाव 2024 में सभी पार्टियों में टिकटों का बंटवारा अंतिम रूप में पहुंच रहा है. कई नेताओं का टिकट कट चुका है और इससे नाराज नेता बगावत पर उतारू हैं. कांग्रेस के कई नेता पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. वहीं, बीजेपी के नेता भी बगावत कर रहे हैं. कर्नाटक बीजेपी के नेता केएस ईश्वरप्पा भी बगावती मूड में दिख रहे हैं. पार्टी ने शिवमोगा सीट से मौजूदा सांसद बीवाई राघवेंद्र को टिकट दिया है.
सियासी जानकारों का मानना है कि ईश्वरप्पा अपने बेटे को हावेरी सीट से टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने इसके लिए येदियुरप्पा को जिम्मेदार ठहराया और अब येदिुरप्पा के बड़े बेटे राघवेंद्र के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
अमित शाह से नाराजगी
ईश्वरप्पा ने कहा कि अमित शाह के ऑफिस से उन्हें मुलाकात के लिए फोन आया था, लेकिन जब वह दिल्ली पहुंचे तो उनसे कहा गया कि मीटिंग की कोई जरूरत नहीं है. इसके बाद उन्होंने कहा कि अगर उन्हें दोबारा बुलाया गया तो वह मीटिंग के लिए दिल्ली जाएंगे. हालांकि, वह शिवमोगा से चुनाव लड़ने का अपना फैसला नहीं बदलेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि शिवमोगा से सांसद बनने के बाद वह दिल्ली जाएंगे और पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन करेंगे. ईश्वरप्पा ने कहा कि अच्छा हुआ अमित शाह ने मीटिंग कैंसिल कर दी. अगर पूरी कहानी सुनने के बाद भी अमित शाह उनसे चुनाव न लड़ने के लिए कहते तो वह क्या करते.
एक परिवार के चंगुल से मुक्त होगी कर्नाटक बीजेपी
ईश्वरप्पा ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी एक परिवार के चंगुल से मुक्त होगी. उनके शिवमोगा पहुंचने के बाद समर्थकों ने स्वागत किया और बाइक रैली निकाली. शिवमोगा से बीजेपी के मौजूदा सांसद बीवाई राघवेंद्र ने कहा कि दिल्ली रवाना होने से पहले ईश्वरप्पा ने जो बयानबाजी की थी, उससे अमित शाह को निराशा हुई होगी. शायद इसी मजह से मीटिंग रद्द हुई है. वहीं, ईश्वरप्पा ने कहा कि शायद अमित शाह के पास उनके सवालों का जवाब नहीं था, इस वजह से मीटिंग रद्द की गई.