लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत में आए भूचाल की वजह से विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) को बड़ा झटका लग सकता है. ख़बरों की मानें तो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एक बार फिर से इंडिया गठबंधन के साथ जा सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो विपक्ष की लड़ाई बहुत कमजोर हो जाएगी. वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने भी अलग चुनाव लड़ने का मन बना लिया है. इस बीच कई तरह से पेंच फंसे हुए हैं, जिस पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) का बयान सामने आया है.
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बिहार में मची हलचल पर कांग्रेस को अकेले चुनाव लड़ने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि इस तरह की बैसाखियों के सहारे इतनी बड़ी लड़ाई को नहीं जीता जा सकता है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ‘नीतीश कुमार की देश में कोई विश्वसनीयता नहीं बची है. इसके लिए वो ख़ुद ज़िम्मेदार हैं और उनके फ़ैसले ज़िम्मेदार हैं. उनके फ़ैसले और हरकतों से ..जेडीयू की जो बातें हैं, जो हरकतें हैं उनसे लगता है कि इंडिया गठबंधन नाम की एक नई उम्मीद विपक्ष को मिल रही थी उस पर बहुत बड़े संकट के बादल मंडरा रहे हैं. ‘
कांग्रेस पार्टी को दी सलाह
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी को सलाह देते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी को चाहिए कि वो पूरे देश में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे. इन बैसाखियों के सहारे इतनी बड़ा युद्ध नहीं लड़ा जा सकता है. दलों को मिलाने की बात हो रही है लेकिन दिल ही नहीं मिल पा रहे हैं. नीतीश कुमार कुछ भी कर सकते हैं, ममता बनर्जी अकेले चुनाव लड़ना चाहती हैं. आम आदमी पार्टी भी पंजाब में सीट देने को तैयार नहीं है. सपा के साथ भी सीटों को लेकर फ़ाइनल फ़ैसला नहीं हो पाया है.
आपको बता दें कि बिहार की सियासत में इन दिनों ज़बरदस्त हलचल मची हुई है, नीतीश कुमार कभी भी पलटी मार सकते हैं. ख़बरों के मुताबिक़ वो एक बार फिर से एनडीए के साथ आ सकते हैं. जेडीयू और आरजेडी के बीच दूरी इतनी बढ़ गई हैं कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव का फ़ोन तक नहीं उठाया, अब बस अलग होने की औपचारिक घोषणा का इंतज़ार किया जा रहा है.