अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को फिलिस्तीनी समूह हमास को वॉर्निंग दी है। उन्होंने कहा कि अगर गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए लोगों को उनके 20 जनवरी के शपथ ग्रहण से पहले नहीं छोड़ा गया तो इसके गंभीर अंजाम भुगतने होंगे। पिछले साल हुए हमले में हमास ने करीब 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था। हाल ही में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू भी गाजा पहुंचे थे।
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा, ‘यदि बंधकों को 20 जनवरी, 2025 से पहले रिहा नहीं किया गया, जिस दिन मैं गर्व के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करूंगा, तो मिडिल ईस्ट में बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी और उन लोगों को भी, जिन्होंने मानवता के खिलाफ इन अत्याचारों को अंजाम दिया है। जिम्मेदार लोगों को अमेरिका के लंबे और गौरवशाली इतिहास में किसी भी व्यक्ति से ज्यादा कठोर सजा दी जाएगी। बंधकों को तुरंत रिहा करें।’
यह तुरंत साफ नहीं था कि ट्रंप गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के चल रहे अभियान में अमेरिकी सेना को सीधे शामिल करने की धमकी दे रहे थे या नहीं। ट्रंप के सहयोगियों ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत में उनके पद पर लौटने से पहले युद्धविराम और बंधकों की रिहाई का समझौता हो जाएगा।
इजरायली राष्ट्रपति ने डोनाल्ड ट्रंप का किया धन्यवाद
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। लेकिन देश के राष्ट्रपति, इसहाक हर्ज़ोग ने सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप की टिप्पणियों का स्वागत किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘धन्यवाद DonaldTrump। हम सभी उस पल के लिए प्रार्थना करते हैं जब हम अपने बहनों और भाइयों को घर वापस देखेंगे।’
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक हमास का सफाया नहीं हो जाता। सोमवार को हमास ने कहा कि गाजा में फिलिस्तीनी समूह और इजरायल के बीच लगभग 14 महीने से चल रहे युद्ध के दौरान 33 बंधकों की हत्या कर दी गई है। हालांकि, उन्होंने उनकी राष्ट्रीयता की जानकारी नहीं दी है।