नई दिल्ली। महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री के नाम पर चल रहे सियासी घमासान के बीच बुधवार को महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने अपने आपको कभी सीएम नहीं समझा। मैंने हर क्षण जनता के लिए काम किया। पीएम मोदी और अमित शाह ने हमेशा मेरा साथ दिया। मोदी-शाह में जनता के सपनों को पूरा करने की ताकत है।
शिंदे बोले- हमारे बीच कोई अड़चन नहीं
एकनाथ शिंदे ने कहा, महाराष्ट्र के अगला मुख्यमंत्री भाजपा से ही होगा। मैंने पीएम मोदी को फोन करके कहा था कि हमारे बीच कोई अड़चन नहीं है। आप जो भी फैसला करेंगे वो हमें मंजूर होगा। हम सब एनडीए का हिस्सा हैं और रहेंगे। पीएम मोदी जो कुछ भी निर्णय लेंगे वो शिवसेना को मंजूर है। महायुति मजबूत है और हम सब मिलकर काम करने को तैयार हैं।’
पीएम मोदी ने पूरा बालासाहेब ठाकरे का सपना
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं महाराष्ट्र के सभी मतदाताओं को महायुति का समर्थन करने और हमें भारी जीत दिलाने के लिए धन्यवाद देता हूं। यह अभूतपूर्व है। पीएम मोदी और अमित शाह ने एक आम शिवसैनिक को सीएम बनाने के बालासाहेब ठाकरे के सपने को पूरा किया है। वे हमेशा मेरे साथ खड़े रहे हैं।
शिंदे- मैंने कार्यकर्ता के तौर पर काम किया
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि चुनाव में हमें जनता का प्यार और भरोसा मिला। इसके लिए मैं सबका दिल से धन्यवाद करता हूं। हमने लाडकी बहीण योजना पर बहुत अच्छे से काम किया। मैंने हमेशा एक कार्यकर्ता के तौर पर काम किया है। मैंने कभी खुद को मुख्यमंत्री नहीं माना। सीएम का मतलब आम आदमी होता है, मैंने यही सोचकर काम किया। हमें लोगों के लिए काम करना चाहिए। मैंने नागरिकों का दर्द देखा है, उन्होंने कैसे अपना घर चलाया।
“”शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘पिछले 2-4 दिनों से आपने अफवाहें सुनी होंगी कि कोई नाराज है। हम नाराज होने वाले लोग नहीं हैं। मैंने कल पीएम से बात की और उन्हें बताया कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने में हमारी तरफ से कोई बाधा नहीं है। आप फैसला करें। हम फैसला स्वीकार करेंगे। सीएम पद के बारे में बीजेपी के वरिष्ठ नेता जो भी फैसला करेंगे, उनके उम्मीदवार को शिवसेना पूरा समर्थन देगी।'””
बता दें कि महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को मतदान हुए थे। 23 नवंबर को महाराष्ट्र चुनाव के परिणाम आए, जिसमें भाजपा गठबंधन को 236 सीटों के साथ प्रचंड जीत मिली। वहीं, एमवीए को 49 सीटें मिली थी। अकेले भाजपा ने 132, कांग्रेस ने 16 शिवसेना (यूबीटी) ने 20 और एनसीपी शरद ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की।