केंद्र सरकार की कई ऐसी योजनाएं हैं जिसने आम लोगों को फायदा पहुंचाया है। इसमें से एक प्रधानमंत्री आवास योजना है। हाल में सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू) 2.0 को मंजूरी दी है। इस योजना के दायरे में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस)/निम्न आय वर्ग (एलआईजी)/मध्यम आय वर्ग (एमआईजी) परिवार शामिल है।
1 करोड़ परिवारों को फायदा
पीएमएवाई-यू 2.0 पांच वर्षों में शहरी क्षेत्रों में घर बनाने, खरीदने या किराए पर लेने के लिए राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों/प्राथमिक ऋण संस्थानों (पीएलआई) के माध्यम से 1 करोड़ शहरी गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को केंद्रीय सहायता प्रोवाइड की जाएगी। इस योजना के तहत ₹2.30 लाख करोड़ की सरकारी सहायता दी जाएगी।
योजना के कंपोनेंट
पीएमएवाई-यू 2.0 योजना के चार तरह के घटक हैं। इसमें लाभार्थी आधारित निर्माण (बीएलसी), भागीदारी में किफायती आवास (एएचपी), किफायती किराये के आवास (एआरएच) और ब्याज सब्सिडी योजना (आईएसएस) शामिल हैं। लाभार्थी योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए चारों घटकों में से अपनी पात्रता और पसंद के अनुसार एक कंपोनेंट का चुनाव कर सकते हैं। आइए इनमें से एक घटक ब्याज सब्सिडी योजना है।
ब्याज सब्सिडी योजना (आईएसएस)
यह घटक ईडब्ल्यूएस/एलआईजी और एमआईजी परिवारों के लिए होम लोन पर सब्सिडी का लाभ प्रोवाइड करता है। ₹35 लाख तक की कीमत वाले मकान के लिए ₹25 लाख तक का होम लोन लेने वाले लाभार्थी 12 वर्ष की अवधि तक के पहले 8 लाख रुपये के ऋण पर 4 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी के पात्र होंगे। बता दें कि पात्र लाभार्थियों को 5-वार्षिक किश्तों में पुश बटन के माध्यम से ₹1.80 लाख की सब्सिडी जारी की जाएगी।