बुधनी उपचुनाव: दिग्विजय सिंह पर कांग्रेस ने खेला दांव, क्या मिल पाएगी जीत? समझें पूरा समीकरण

मध्य प्रदेश की बुधनी और विजयपुर सीट पर हो रहे उपचुनाव का प्रचार अंतिम चरणों की तरफ बढ़ रहा है. 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में 5 दिन का समय शेष रह गया है. उपचुनाव में जीत के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने पूरा जोर लगाया हुआ है. कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को पार्टी ने बुधनी विधानसभा सीट पर नर्मदा किनारे के क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी है.

साल 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा की थी. उनकी यह यात्रा पूरे 192वें दिन चली थी. यात्रा में उनकी पत्नी अमृता राय भी मौजूद थीं. दिग्विजय सिंह ने करीब 3300 किलोमीटर की यात्रा की थी. यात्रा का आलम यह था कि दिग्विजय सिंह जिस-जिस क्षेत्र में पहुंच रहे थे, उनके साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता कार्यकर्ता और आमजन भी शामिल हो रहे थे. दिग्विजय सिंह की इस परिक्रमा का यह असर रहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ और कांग्रेस की सरकार बन गई थी. 

क्या उपचुनाव में मिलेगा नर्मदा परिक्रमा का लाभ? 
कांग्रेस उपचुनाव में नर्मदा परिक्रमा का लाभ उठाने के मूड में दिख रही है. इसी वजह से नर्मदा परिक्रमा क्षेत्र की जिम्मेदारी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को सौंपी गई है. वे इस क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं, उन्होंने दो दिन पहले आदिवासी गांव में ही रात बिताई थी. 

बीजेपी ने की चुनाव आयोग से शिकायत
बुधनी विधानसभा क्षेत्र में दिग्विजय सिंह की सक्रियता को भारतीय जनता पार्टी भी भांप गई है. यही कारण है कि बीजेपी ने उनकी शिकायत चुनाव आयोग से की है. पूर्व सीएम पर भडक़ाऊ भाषण देने का आरोप लगाया गया है ताकि उनके चुनाव प्रचार पर रोक लगाई जा सके. बता दें कि बुधनी और विजयपुर सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को परिणाम आएंगे.

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