नई दिल्ली. जम्मू में हाल में बीते महीने हुई तीन बड़ी आतंकी घटनाओं और राजौरी में हुए आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ एक महत्वपूर्ण इनपुट लगा है. खुफिया एजेंसी के सूत्रों का दावा इन सभी आतंकी वारदातों के पीछे लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेंड आतंकी साजिद जट्ट का हाथ है. साजिद जट्ट फिलहाल पाकिस्तान के इस्लामाबाद में अपना बेस कैम्प बनाकर रह रहा है. पहले वो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) मे भी लंबे वक्त तक सक्रिय था. साजिद जट्ट के साथ भारतीय मूल की उसकी पत्नी भी इस्लामाबाद में रह रही है.
साजिद जट्ट फिलहाल लश्कर के लिए रिक्रूटमेंट का काम संभाल रहा है. साथ ही वह ट्रेंड आतंकियों को सीमा पार से भारत भेजने के लश्कर के टॉस्क को पूरा करने में लगा हुआ है. साजिद को लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेशनल कमांडर भी बताया जाता है. आतंकी घटनाओं के लिए टेरर फंडिंग का जिम्मा भी लश्कर ने साजिद को सौंप रखा है. कश्मीर घाटी में पिछले कुछ सालों में हुए आतंकी हमलों में साजिद जट्ट का हाथ बताया गया है.
खुफिया एजेंसियों को शक है कि इसका एक साथी कासिम जम्मू-कश्मीर में एक्टिव है, जिसकी सरगर्मी से तलाश जारी है. साजिद जट्ट पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 10 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ है. NIA की वांटेड लिस्ट में बकायदा साजिद जट्ट का नाम दर्ज है. इसके बारे में एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में लिखा गया है कि सफीउल्लाह उर्फ साजिद जट, गांव शंगामंगा, जिला कसूर, पाकिस्तान के पंजाब का रहने वाला है. इसके आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और TRF से गहरे ताल्लुक हैं.