नई दिल्ली, भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून आने की सामान्य तारीख 1 जून है। लेकिन, इस बार यह समय से काफी पहले दस्तक दे रहा है। बहुत ज्यादा गर्मी की चपेट में होने की वजह से देश के अधिकतर हिस्सों के लिए यह खुशियों से भर देने वाली खबर है। मौसम विभाग ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार केरल में 1 तारीख से पहले ही मानसून आ जाएगा, लेकिन वह उससे भी काफी पहले यानी 15 मई को ही पहुंच रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक समय से पहले मानसून आने की वजह ये है कि उसके लिए सभी तरह की अनुकूल मौसमी परिस्थितियां बन रही हैं।
इस साल 15 मई से आ रहा है मानसून
मौसम कार्यालय की ओर से गुरुवार को कहा गया है कि दक्षिण पश्चिम मानसून इस साल समय से पहले आने वाला है और संभावना है कि अंडमान और निकोबार द्वीप में 15 मई से मानसून की पहली फुहारें शुरू हो जाएंगी। भारतीय मौसम विभाग की ओर से गुरुवार को जारी बयान में नई दिल्ली में कहा गया है, ’15 मई के आसपास दक्षिण पश्चिम मानसून के दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ने की संभावना है।’ मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि विस्तृत अनुमानों ने लगातार केरल में मानसून जल्द शुरू होने लायक अनुकूल परिस्थियों और इसके उत्तर की ओर बढ़ने की ओर इशारा किया है।
अगले पांच दिनों तक बारिश का अनुमान
पिछले एक पखवाड़े से देश का अधिकतर हिस्सा बहुत ही ज्यादा तापमान झेलने को मजबूर हुआ है और निश्चित तौर पर मानसून के जल्द आने से लोगों के लिए खुश होने का मौका है। वैसे केरल में मानसून की शुरुआत की सामान्य तारीख 1 जून है। लेकिन, इस बार वहां इसके 26 मई को ही पहुंच जाने की उम्मीद पहले ही जताई गई है। मौसम कार्यालय की ओर से बताया गया है कि अंदमान और निकोबार आइलैंड में अगले पांच दिनों में व्यापक से लेकर हल्की और मध्य बारिश होने की अत्यधिक संभावना है। इस द्वीप समूह में 14 से 16 मई के बीच अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है। इस दौरान दक्षिण अंदमान सागर के ऊपर 15 और 16 मई को 40 से 50 और 60 किलोमीटर तक की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।