कोरोना वायरस की वैक्सीन बनने की उम्मीद में शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी है। अमेरिकी शेयर बाजारों के बाद अब भारतीय शेयर बाजार भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। सेंसेक्स ने प्रीओपनिंग में 44000 का स्तर छू लिया है। वहीं निफ्टी भी 12900 के करीब रहा। प्रीओपनिंग में Sensex 44,115 के स्तर पर रहा। खबर लिखे जाने तक बीएसई में 314 अंकों की तेजी के साथ 43,945.07 पर ट्रेडिंग हो रही थी। वहीं एनएसई 81 अंकों की तेजी के साथ 12,856.55 पर रहा। बता दें, कोरोना महामारी के खिलाफ पूरी दुनिया लड़ाई लड़ रही है। भारत समेत कई देशों में इसकी बैक्सीन बनाने का काम चल रहा है। इस बीच, अमेरिका की एक कंपनी ने कोरोना की कारगर दवा बनाने का दावा किया है। मॉडर्ना कंपनी के इस दावे के बाद वहां के शेयर बाजार में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिला। Dow futures में पांच सौ अंकों की तेजी देखी गई। Dow e-minis में 514 अंकों यानी 1.74% की तेजी रही। वहीं S&P 500 e-minis 41.25 अंक यानी 1.15% चढ़ा।
जानिए कोरोना वैक्सीन को लेकर क्या है मॉडर्ना का दावा
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना का कहना है कि उसके बनाई वैक्सीन कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाख 94 फीसदी कारगर है। क्लीनिकल ट्रायल के बाद यह दावा किया गया है। इस पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी अपनी पीठ थपथपाई है और कहा है कि यह काम उनके कार्यकाल में हुआ है। बहरहाल, मॉडर्ना दूसरी अमेरिकी कंपनी है, जिसने कोरोना की कारगर दवा बनाने का दावा किया है। इससे पहलेफाइजर कंपनी ने दावा किया था कि उसकी वैक्सीन 90 फीसदी प्रभावी साबित हुई है। दोनों ही वैक्सीन की सफलता का जो दावा किया जा रहा है वह उम्मीद से कहीं अधिक है। अधिकांश एक्सपर्ट वैक्सीन के 50 से 60 प्रतिशत तक सफल होने की उम्मीद करते रहे हैं।
कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत में भी ट्रायल चल रहा है। भारत बायोटेक ने सोमवार को अपनी COVID-19 वैक्सीन, कोवाक्सिन के चरण -3 परीक्षण शुरू किए। भारत बायोटेक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने कहा, हमने COVID-19 वैक्सीन के लिए ICMR के साथ साझेदारी की है क्योंकि हम इसे चरण 3 परीक्षणों में शामिल करने जा रहे हैं। कंपनी ने परीक्षण के लिए देश भर में कुल 26,000 मरीजों की पहचान की है।