इस साल जिन स्टूडेंट्स ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा 2020 (JEE advanced)के लिए सफलतापूर्वक रजिस्ट्रेशन कराया था और कोविड-19 महामारी के कारण परीक्षा नहीं दे पाए, उन्हें इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ टेक्नोलॉजी 2021 (IIT) अब जेईई एडवांस्ड परीक्षा 2021 में बैठने का मौका देगा। आईआईटी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एक आधिकारिक बयान में यह कहा गया है कि प्रभावित उम्मीदवारों की समस्या का समाधान करते हुए फैसला किया गया कि उन सभी उम्मीदवारों को जेईई (एडवांस्ड) 2021 में बैठने की इजाजत दी जाएगी जिन्होंने जेईई एडवांस्ट 2020 में सफलतापूर्व रजिस्टर्ड कराया था लेकिन वे परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पाए।
यह फैसला तब आया है जब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 13 सितंबर में अनुपस्थित स्टूडेंट्स के लिए दोबारा नीट परीक्षा देने के लिए सहमत हुई है। 14 अक्टूबर को नीट इन स्टूडेंट्स की परीक्षा ले रहा है, इसके बाद 16 अक्टूबर को NEET के नतीजे जारी किए जाएंगे। आपको बता दें कि जेईई एडवांस्ड में जेईई मेन क्वालीफाई करने के बाद ही योग्य होते है, लेकिन जेईई मुख्य परीक्षा में अनुपस्थित हुए स्टूडेंट्स के लिए ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।
आपको बता दें कि इस साल ज्वाइंट एट्रेंस एग्जाम -एडवांस्ड (JEE-Adv) परीक्षा 1.5 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। जेईई एडवांस्ड 2020 परीक्षा के लिए योग्य छात्रों में से सिर्फ 64 फीसदी छात्रों ने ही रजिस्ट्रेशन करवाया था। जेईई मेन परीक्षा के टॉप 2.45 लाख अभ्यर्थी जेईई एडवांस्ड परीक्षा में बैठने के लिए योग्य होते हैं लेकिन इस बार सिर्फ 1.60 लाख छात्रों ने ही जेईई एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था।
आपको बता दें कि आईआईटी दिल्ली ने इस साल जईई परीक्षा आयोजित कराई थी और ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड आईआईटी की तरफ से सभी नीति, नियमों और आईआईटी के सभी एडमिशन संबंधी मामलों में फैसला लेता है।
मौजूदा पात्रता मानदंड की यह छूट आयु बार के आनुपातिक छूट के अतिरिक्त होगी। इसके अलावा, यह निर्णय लिया गया कि इन उम्मीदवारों को जेईई (एडवांस्ड) 2021 में उपस्थित होने के लिए जेईई (मेन्स) 2021 से उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या के हिस्से के रूप में माना जाएगा।